चंदौलीः विधायक पर हमलावर हुए सपा के राष्ट्रीय सचिव, एक बार फिर लगाया बड़ा आरोप, अपना भविष्य संवारने के लिए इनके सपनों को रौंदने का कार्य किया है…..जताया गहरा दुख……
वाराणसी, पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
वाराणसी। सपा के राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह डब्लू सोमवार को एक बार फिर सैयदराजा विधायक सुशील सिंह पर हमलावर रहे। उन्होंने सैयदराजा से भाजपा विधायक सुशील सिंह पर बड़ा आरोप लगाया। कहा कि विधायक ने अपने राजनीतिक रसूख को बचाए रखने के लिए सेनाभर्ती के जरिए अपना भविष्य संवारने वाले युवाओं के सपनों को रौंदने का काम किया है। उन्होंने आठ नवंबर को सेना भर्ती ना होने पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए युवाओं के प्रति संवेदना जताई। साथ ही भाजपा विधायक की मंशा व कार्य प्रणाली पर बड़ा सवाल किया। आरोप लगाया कि सैयदराजा विधायक देश के रक्षामंत्री व चंदौली के लाल राजनाथ सिंह से सेना भर्ती के लिए मिलने गए थे या उन्होंने फेसबुक पर तस्वीर साझा कर चंदौली के युवाओं को मात्र छलने का काम किया। आरोप लगाया कि विधायक ने सेना भर्ती को स्थगित कराने का काम किया है। यदि ऐसा नहीं है तो विधायक रक्षामंत्री को सौंपे के गए पत्र की प्रति को सार्वजनिक करें। वह जब तक ऐसा नहीं करते उनकी मंशा व कार्य प्रणाली पर चंदौली सहित पूर्वांचल के युवा शक व संदेह करते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि बीते 20 सितंबर को सेना की ओर से आठ नवंबर से वाराणसी के रणबांकुरे स्टेडियम में सेना भर्ती कराने संबंधित पत्र जारी किया गया था। इसके बाद 24 को सैयदराजा विधायक दिल्ली पहुंचकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मिले। उन्होंने अपने फेसबुक के जरिए युवाओं को भरोसा दिया कि जल्द सेना भर्ती होगी। लेकिन निर्धारित तिथि आठ नवंबर को रणबांकुरे स्टेडियम सुनसान रहा। वहां न तो सेना भर्ती रेली में शामिल होने वाले युवाओं की भीड़ थी और ना ही सेना भर्ती कराने वाले अफसर ही नजर आए। ऐसे में सवाल यह उठता है कि कहीं चंदौली जनपद में सेना भर्ती कराने में अपनी अक्षमता पहले ही जाहिर कर देने वाले सैयदराजा विधायक ने रक्षामंत्री से मुलाकात कर वाराणसी में आयोजित होने वाली रैली स्थगित करा दी क्योंकि यदि रैली वाराणसी में होती तो उनके राजनीतिक रसूख को बट्टा लगता। यही वजह है कि अपने राजनीतिक वजूद को कायम रखने के लिए उन्होंने वाराणसी के रणबांकुरे में आयोजित होने वाली रैली को भी स्थगित करा दिया। कहा कि यह आरोप सिर्फ मनोज का नहीं बल्कि चंदौली समेत पूरे पूर्वांचल के उन युवाओं का जिन्होंने आठ नवंबर से आयोजित होने वाले सेना भर्ती में दौड़ लगाकर देश सेवा करने का जज्बा पाले हुए थे। कहा कि भर्ती स्थगित होने से कई युवा बिना दौड़ से बाहर हो गए। इन युवाओं का कैरियर, सैयदराजा विधायक की राजनीतिक रसूख की भेंट चढ़ गया। एक तरफ सूबे के सीएम यूपी के युवाओं को लेकर बयान देते हैं कि यहां नौकरी लायक पढ़े लिखे युवा ही नहीं है। वहीं उनके विधायक रोजगार के अवसरों को सृजित होने से पहले समाप्त करने का काम कर रहे। आगामी विधानसभा चुनाव में यूपी के युवा भाजपा के सीएम व उनके विधायकों के बयान व कृत्य को याद रखेंगे और अपने वोट से इसका माकूल जवाब देंगे।