बैंडवाले के घर में सीएम ने गुजारी रात…….जमीन पर बैठकर खाया भोजन,, खुद बनाई दाढ़ी, चारपाई पर ली…..
मध्यप्रदेश, पूर्वांचल पोस्ट न्यूज
हो रहे उपचुनाव में हर दिन अलग तस्वीर नजर आ रही है। अब तक तो चुनावी सभाओं में एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप ही लगते आ रहे थे लेकिन अब बात आगे तक जा चुकी है। प्रदेश के मुखिया चारपाई पर बैठकर चाय की चुस्कियां ले रहे हैं तो आम आदमी की तरह जमीन पर बैठकर दाढ़ी भी बना रहे हैं।
दरअसल खंडवा संसदीय क्षेत्र में उपचुनाव है। नंदकुमार सिंह चौहान के निधन के बाद यह सीट खाली हुई है। भाजपा ने ज्ञानेश्वर पाटिल को उम्मीदवार बनाया है तो कांग्रेस से राजनारायण सिंह मैदान में है। वंशवाद से इतर भाजपा ने नंदू भैया के पुत्र हर्षवर्धन को टिकट नहीं दिया और ज्ञानेश्वर पाटिल पर भरोसा जताकर यह संदेश दिया कि भाजपा में कार्यकर्ता महत्वपूर्ण है, वंशवाद नहीं। अब जबकि भाजपा ने पाटिल को टिकट दे दिया तो उसे जिताने की जवाबदारी भी आ गई क्योंकि भाजपा के ही कुछ नेता नए चेहरे से नाखुश हैं। ऐसे में तमाम बड़े नेताओं के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद मैदान संभाला है और वे दौरे कर रहे हैं।
पीएम आवास योजना के तहत बना घर
वैसे तो सीएम शिवराज सिंह के चुनावी दौरे होते रहते हैं और अपनी ही शैली में वे भाषण भी देते हैं लेकिन बुरहानपुर में जो कुछ हुआ उसने सीएम का अलग अंदाज बयां किया। मुख्यमंत्री शिवराज बुरहानपुर पहुंचे लेकिन रात बिताने के लिए चुना बहादुरपुर ग्राम पंचायत के तुकाराम का घर। पेशे से बैंडबाजे का काम करने वाले तुकाराम को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय की राशि मिली है। बीपीएल राशन कार्ड और जॉब कार्ड है। संबल योजना में पंजीयन है। उज्जवला कनेक्शन है। परिवार का आयुष्मान कार्ड बना है। बेटी को लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ मिला है।
केले के पत्ते पर भोजन, चारपाई पर चाय
तुकाराम के घर रात बिताने पहुंचे मुख्यमंत्री की दिनचर्या आम आदमी की तरह रही। उन्होंने केले के पत्ते पर जमीन पर बैठकर भोजन किया। चारपाई पर बैठकर चाय की चुस्कियां लेते रहे। सुबह उठकर जमीन पर बैठे और अपने हाथों से खुद की दाढ़ी बनाई। लोगों से बात की और ठेठ ग्रामीण अंदाज में सबकी समस्याएं सुनीं।
एक कमरे में सीएम, दूसरे में परिजन
सीएम के घर आने से तुकाराम और परिजन हैरत में पड़ गए। तुकाराम का छोटा सा घर है जिसमें दो कमरे हैं। एक कमरे में सीएम रूके थे तो दूसरे कमरे में तुकाराम के परिवार ने रात बिताई। तुकाराम ने कहा कि कभी नहीं सोचा था कि सीएम घर आएंगे। सीएम को अपनी समस्या बताते हुुए कहा कि बैंड बाजे का काम दो साल से बंद है। दिक्कत आ रही है।