मीणों को बचाने आया सेना का हेलीकाप्टर, टापू पर मदद मांगते दिखे लोग, घाघरा के तेज बहाव से बचाव कार्य में आ रही बाधा……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
लखीमपुर। लखीमपुर के धौरहरा के मिर्जापुर गांव में भारी बारिश के बाद उफनाई घाघरा नदी में मंगलवार की सुबह एक नाव डूब गई थी। इसमें लगभग 10 लोग सवार थे। दोपहर बाद सेना की ओर सभी को बचाने के लिए हेलीकाप्टर भेजा गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कुछ लोग बीच टापू पर खड़े दिखाई दे रहे हैं। वहीं घाघरा के तेज बहाव के कारण रेस्क्यू कार्य में मुश्किल हो रही है। वहीं टापू पर खड़े लोग कौन हैं अभी ये कह पाना मुश्किल है। बता दें कि ईसानगर के कई गांव घाघरा और शारदा नदी के उफनाने से जलमग्न हो गए हैं। इनमें एक गांव मिर्जापुर भी है। बगल के गांव सरैयां को नदी पहले ही काट चुकी है। दो दिन हुई भारी बरसात के बाद घाघरा फिर उफान पर है। पहाड़ों से बहकर आने वाली इस नदी में अक्सर बेशकीमती लकड़ियां बह कर आ जाती हैं। ग्रामीण इन्हें निकालकर बाद में महंगे दामों पर बेचते हैं। बुधवार को भी यही हुआ।
घाघरा में लकड़ी बहकर आई देख गांव वाले प्रशासन की चेतावनी भूल गए। मिर्जापुर गांव के निवासी सुन्दर पुत्र गया प्रसाद, त्रिमोहन पुत्र सुन्दर, कृपादयाल पुत्र मोहन, मुरारी पुत्र मौजीलाल, अशोक कुमार पुत्र गया प्रसाद, ढोड़े पुत्र ननकऊ, दीपू पुत्र ननकऊ, सुरेन्द्र पुन ननकऊ, रजिन्द्र पुत्र स्वामी दयाल और राजू पुत्र सैलाफी एक नाव के सहारे नदी में कूद गए। लेकिन घाघरा के तेज बहाव में नाव टिक न सकी और दस लोगों को लेकर बह गई। खबर फैलते ही कोहराम मचा। ग्रामीण और स्थानीय गोताखोर भी इन्हें तलाशने नदी में कूदे।