जिला मलेरिया अधिकारी समेत चार कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज, पेंशन दिलाने को ली थी रिश्वत……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
बुलंदशहर। बुलंदशहर नगर कोतवाली में जिला मलेरिया अधिकारी और तीन कर्मचारी समेत चार के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। मुकदमा दर्ज होने के बाद जिला मलेरिया अधिकारी और कर्मचारी भूमिगत हो गए हैं। इस कार्रवाई के बाद जिले के स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप के हालात हैं।
यह है मामला
स्वास्थ्य विभाग के सेवानिवृत्त कर्मचारी सतेंद्र कुमार ने आरोप लगाया था कि सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन व अन्य भत्तों के लिए विभाग में आवेदन किया तो लगातार दफ्तरों के चक्कर कटवाए गए। इसके बाद रिश्वत देने के लिए मजबूर किया। शासन को शिकायत के बाद आरोपियों के रुपये लेने की वीडियो भी शासन को भेजी थी। शासन के निर्देश पर डीएम ने मामले में सीएमओ को कार्रवाई के लिए निर्देश दिए थे। सीएमओ ने मामले में जांच के लिए तीन सदस्य टीम का गठन किया था।
जांच में पाया था दोषी
टीम के गठन के बाद जांच में अकाउंट विभाग के बाबू निर्देश कुमार और सुपरवाइजर सुरेंद्र और आरोपी कर्मचारी भूपेंद्र को जांच में दोषी पाया गया। जिसके चलते भूपेंद्र और सुरेंद्र को सस्पेंड कर दिया था। जबकि निर्देश बाबू के खिलाफ शासन को कार्रवाई के लिए पत्र लिखते हुए पटल परिवर्तन किया था। डीएम के निर्देश पर बुधवार को डीएम के निर्देश पर पीड़ित कर्मचारी स्वतंत्र कुमार की तहरीर पर जिला मलेरिया अधिकारी बीके श्रीवास्तवएलिपिक सुरेंद्र शर्मा वनिर्देश कुमार तथा चपरासी भूपेंद्र कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम में मुकदमा दर्ज हुआ है ।
डीएमओ को दे दी थी क्लीन चिट
पीड़ित कर्मचारी स्वतंत्र कुमार ने शासन को शिकायत भेजी थी। डीएम के निर्देश पर सीएमओ ने दो सदस्यीय जांच कमेटी गठित की थी। जांच कमेटी की जांच में दोनों लिपिक व चपरासी पर भ्रष्टाचार के आरोप साबित हुए थे लेकिन जिला मलेरिया अधिकारी को क्लीन चिट दे दी थी।
भूमिगत हुए जिला पदाधिकारी व कर्मचारी
मुकदमा दर्ज होने के बाद में जिला मलेरिया अधिकारी वे तीनों कर्मचारी अपना मोबाइल स्विच ऑफ करके भूमिगत हो गए हैं।