हेलो ! पुलिस अंकल मेरे पापा को बचा लीजिए वो सुसाइड करने जा रहे……सुनते ही मसीहा बनकर पहुंची पुलिस…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
कानपुर। प्रायः ऐसा देखने को मिलता है जब पुलिस किसी गलती पर इंटरनेट मीडिया पर सवालों के बाण चलने लगते हैं। लेकिन वही पुलिस कभी.कभी अपने किसी कार्य से लोगों के दिल दिमाग पर अपनी अमिट छाप छोड़ देती है। ऐसा ही एक किस्सा सामने आया है कानपुर जहां बच्ची की सूझबूझ और पुलिस की तत्परता ने एक युवक की जिंदगी बचा ली। गौरतलब है कि यह पूरा वाकया महज सात से दस मिनट के अंदर हुआ। घटना के बाद से ही पुलिस की तत्परता चहुंओर प्रशंसा का पात्र बनी हुई है।
बच्ची ने कही थी यह बातः हेलो पुलिस अंकल मेरे बाबा पापा को गाली देते हैं और रोज झगड़ा करते हैं। जिससे परेशान होकर मेरे पापा आत्महत्या करने जा रहे हैं। प्लीज मेरे पापा को बचा लीजिये।
यह है पूरा मामलाः नौबस्ता मछरिया निवासी रमेश कठेरिया प्राइवेट नौकरी करता है। उसके 57 वर्षीय पिता शराब के लती हैं। आये दिन नशेबाजी करने के साथ ही उसे, मां संग मारपीट, मोहल्ले वालों से झगड़ा करके परेशान करते हैं। आये दिन की हरकतों से परेशान होकर सोमवार को पिता की हरकतों का विरोध किया था। इस पर पिता ने रमेश संग गाली.गलौज और मारपीट की थी। जिससे आहत होकर रमेश ने डाई पीकर आत्महत्या करने के लिए घर से निकला था। स्वजन और मोहल्ले के लोग उसे बचाने के लिए पीछे दौड़े थे। इस बीच रमेश के चार बच्चों में सात वर्षीय बेटी ने कंट्रोल रूम को सूचना देकर पुलिस से मदद मांगी थी। सूचना मिलते ही समाधि पुलिया के पास खड़ी पीआरवी 0440 ने सात मिनट में पहुंच कर सुसाइड करने जा रहे रमेश को घर से सौ मीटर दूरी पर पकड़ लिया। रमेश के हाथ से डाई का पैकेट छीनने के बाद मुंह चेक किया। बाद में रमेश के पिता छेदीलाल को भी हिरासत में लेकर थाने पहुंचाया। सात मिनट में पहुंची पीआरवी ने युवक की जान बचाई वहीं जवान भोले बाबू पाठक और आशीष कुमार व अश्वनी ने बच्ची को पुचकार कर चुप कराया। पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने पीआरवी जवानों को पुरस्कृत करने की घोषणा की है।