यौन शोषण पीड़िता बोली, जहर देकर पिता को मारा और थाने से पुलिस ने भगाया……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
कानपुर। घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव में यौन शोषण की पीड़िता के पिता की रविवार को संदिग्ध हालत में मौत हो गई। पीड़िता का आरोप है कि पिता को जहर देकर मारा गया है। उसने पुलिस पर रिश्वत लेने और कार्रवाई न करने की बात कही है। पिता की मौत की सूचना देने के एक घंटे बाद भी पुलिस नहीं पहुंची। मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद आनन.फानन पुलिस ने कार्रवाई शुरू की है।
घाटमपुर के गांव में रहने वाली नाबालिग पीड़िता ने बताया कि उसने पुलिस से पड़ोसी युवक के खिलाफ शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने की शिकायत की थी। आरोप लगाया कि पड़ोसी उससे शरीरिक संबंध बनाकर उसका शोषण करता रहा और शादी के लिए कहने पर उसने इन्कार कर दिया। उसने हल्का इंचार्ज, घाटमपुर कोतवाली और सीओ आफिस में जाकर शिकायत की थी। दो.दो बार तहरीर देने पर रिपोर्ट दर्ज करने की बजाय उसे भगा दिया गया।
उसने बताया कि शनिवार शाम गांव में समझौते को लेकर पंचायत थीए जिसके बाद देर रात पिता घर लौटे थे। रविवार सुबह पिता जागने के बाद खेतों में गए थे। वहां से वापस आने पर उनके पेट में अचानक से दर्द शुरू हो गया। इसपर उन्हें प्राइवेट अस्पताल लेकर गए। आराम न मिलने पर घाटमपुर सीएचसी लेकर आए यहां से उन्हें कानपुर रेफर किया गया। कानपुर ले जाने से पहले सीएचसी में ही उनकी मौत हो गई। पीड़िता का आरोप है कि उसके पिता को जहर देकर मारा गया है।
पांच सौ मीटर की दूरी तय करने मे पुलिस को लगा एक घंटा
पीड़िता ने बताया कि सीएचसी में पिता की मौत के बाद पुलिस को सूचना दी गई। कोतवाली बमुश्किल पांच सौ मीटर की दूरी पर है लेकिन पुलिस को आने में एक घंटा लग गया। हल्का इंचार्ज दो सिपाही के साथ पहुंचे तो पीड़िता ने रिश्वत मांगने का आरोप लगाया। इसके बाद घाटमपुर इंस्पेक्टर धनेश प्रसाद पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे तो पीड़िता ने चीख.चीख कर कहा कि पुलिस ने दस हजार रुपये ले लिये लेकिन कार्रवाई नहीं की। पुलिस की लापरवाही से उसके पिता की हत्या हुई है। इंस्पेक्टर पीड़िता और स्वजन को थाने ले गए जहां उनसे पूछताछ की गई।