जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में बीजेपी की 21 सीट पक्की, 53 पर तीन को होगा मतदान…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
लखनऊ। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी का जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में दबदबा बना है। नामांकन के दिन 26 जून को ही भाजपा के 17 प्रत्याशियों का निर्विरोध निर्वाचन तय हो गया था तो मंगलवार को नाम वापसी के दिन चार जिलों में विपक्षी दल के नेताओं ने अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया है।भाजपा के पास अब पीलीभीत, शाहजहांपुर, बहराइच के साथ सहारनपुर की सीट भी आ गई है। अब भाजपा के 21 तथा समाजवादी पार्टी के एक निर्विरोध अध्यक्ष हो गए हैं। तीन जुलाई को 53 सीटों पर मतदान होगा।
जिला पंचायत अध्यक्ष सहारनपुर के चुनाव में मंगलवार को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन करने वाले बसपा समर्थित जॉनी कुमार जयवीर ने जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष पहुंच कर अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया। उनके नामांकन वापसी लेने के साथ ही जिला पंचायत में भाजपा के मांगेराम काबिज होंगे। रिटर्निंग ऑफिसर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व विनोद कुमार ने बताया कि जॉनी उर्फ जयवीर सुबह 11ः00 बजे जिला निर्वाचन अधिकारी की कोर्ट में आए और उन्होंने लिखकर दे दिया है कि कि वह अपना नामांकन वापस ले रहे हैं। जॉनी उर्फ जयवीर के नामांकन वापस ले लेने से जिला पंचायत में 20 वर्ष बाद गैर बसापाई दल का कब्जा हो गया है।
पीलीभीत में स्वामी प्रवक्ता नंद ने मंगलवार को अपना नामांकन पत्र वापस लिया
पीलीभीत में भी बड़ा उलटफेर हो गया है। समाजवादी पार्टी ने यहां पर भाजपा से आने वाले सदस्य स्वामी प्रवक्ता नंद को अपना प्रत्याशी बनाया था। स्वामी प्रवक्ता नंद ने मंगलवार को अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया है। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के नाम वापस लेने के बाद अब भाजपा की प्रत्याशी डॉ दलजीत कौर निर्विरोध अध्यक्ष हो गई है। यहां पर पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा ने स्वामी प्रवक्ता नंद को समाजवादी पार्टी में शामिल कराया था। सपा में शामिल होते ही स्वामी प्रवक्ता नंद को सपा ने प्रत्याशी बनाया था। अब हेमराज वर्मा पर सवाल उठ रहे हैं।