पंचायत चुनाव के बाद गजब लापरवाही, ब्लाक में निर्विरोध विजयी सदस्यों के चुनाव की निकाली सूची, हो रही जांच….
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
प्रयागराज। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की खामियों की इससे बड़ी मिसाल और क्या हो सकती है कि निर्विरोध विजयी ग्राम पंचायत सदस्यों के निर्वाचन के लिए ब्लॉक कर्मियों तथा चुनाव अधिकारी ने नामांकन कराने की लिस्ट जारी कर दी। सवाल उठ रहा है कि आखिर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के जिम्मेदार अधिकारियों ने किस तरह विजयी प्रत्याशियों का चुनाव कराने की सूची तैयार कर दी।
ऐसी जानकारी मिली कि सन्न रह गए विजेता सदस्य
विकास खंड बहादुरपुर के ग्राम पंचायत दलापुर गांव के वार्ड चार से शिवाकर दुबे, वार्ड नौ से रमेश कुमार, और वार्ड छह से रमेश कुमार ग्राम पंचायत सदस्य निर्विरोध विजयी हुए थे। इसकी रिसीविंग भी उन्हें निर्वाचन अधिकारियों द्वारा दी गई थी। हाल में हुए शपथ ग्रहण में ग्राम पंचायत अधिकारी पूजा सिंह द्वारा इन तीनों सदस्यों को शपथ ग्रहण के लिए न तो कोई सूचना दी गई और न बुलाया गया। तब इन सदस्यों ने ग्राम पंचायत अधिकारी के खिलाफ एक शिकायती पत्र उप निर्वाचन अधिकारी फूलपुर तथा राज्य निर्वाचन आयोग को पंजीकृत डाक से भेजा। साथ ही वे एक शिकायती पत्र खंड विकास अधिकारी बहादुरपुर को 3 जून को देने गए तो वहां मिली जानकारी से इन सदस्यों के पैरों तले जमीन खिसक गई। ब्लॉक पर उपस्थित जिम्मेदार लोगों ने बताया कि उस गाँव में कोई ग्राम पंचायत सदस्य निर्विरोध विजयी ही नहीं हुआ है। उक्त तीनों वार्डों के सदस्यों के लिए होने वाले चुनाव की लिस्ट भी जारी कर दी गयी है। जो लोग अपने को निर्विरोध बता रहे हैं उनका पर्चा ही खारिज हो गया था। यह सुन कर निर्विरोध विजयी सदस्य स्तब्ध रह गए। इन सदस्यों ने जब अपना रिसीविंग पत्र दिखाया तो दोबारा चुनाव के लिए लिस्ट जारी करने वाले जिम्मेदार अधिकारियों के हाथ पांव फूलने लगे। काफी मशक्कत के बाद उक्त सदस्यों के दाखिल फार्म को निकाल कर देखा गया तो पता चला इन लोगों का फार्म निरस्त नहीं हुआ था और ये लोग निर्विरोध विजयी भी हुए हैं। इतना ही नहीं विकास खंड के ककरा उपरहार गाँव के ग्राम पंचायत सदस्यों का फार्म आरक्षित पदोंं के विपरीत भराकर परिणाम घोषित कर दिया गया।