गर्मी में किसानों की प्यास बुझा मांगे वोट, चुनाव हारे तो उखाड़ फिंकवाया हैंडपंप….
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
औरैया। चुनाव से पहले दावेदार मतदाताओं को लुभाने के लिए तरह.तरह के जतन करते हैं और अगर हार का सामना करना पड़ जाता है तो उनपर गुस्सा भी उतारते हैं। ऐसा ही एक मामला पंचायत चुनाव में जिले के उमरैन गांव में सामने आया है। चुनाव लड़ने से पहले किसानों से लंबे.चौड़े वादे करने वाले प्रत्याशी ने पहले तो उनकी प्यास बुझाई और अब जब चुनाव में हार हो गई तो हैंडपंप ही उखड़वा दिया है। मामले की शिकायत पुलिस से की गई तो अब जांच शुरू हुई है।
यह मामला औरैया के मिश्राबाद रोड किनारे बसे उमरैन गांव का है। पंचायत चुनाव में क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए दावेदारी कर रहे एक प्रत्याशी ने खेत पर किसानों के पीने के पानी की समस्या को उठाया था। दोपहर की तपती गर्मी में अक्सर खेतों में काम करने वालों को ताजा ठंडा पानी नसीब नहीं हो पा रहा था। किसानों दूर ट्यूबवेल या फिर गांव से पानी लाना पड़ रहा था। यह समस्या देखते हुए प्रत्याशी की पहल पर गांव में चंदा कराया गया। अब खेत में हैंडपंप लगाने की बात आई तो प्रत्याशी ने अपने खेत में जमीन दी। किसानों की प्यास बुझाने के लिए उसने जिताने के लिए वोट भी मांगे। उसने यह भी वादा किया था चुनाव जीतने के बाद हैंडपंप के आसपास पक्का चबूतरा व ऊपर टीनशेड डलवा देगा।
चुनाव परिणाम आने पर वह चुनाव हार गया। हार होने के बाद वह इस कदर नाराज हो गया कि उसने रात.ओ.रात खेत पर लगा हैंडपंप उखड़वा दिया। इस बात की जानकारी हुई तो गांव से किसान पहुंच गए और विरोध करना शुरू कर दिया। इसपर किसानों और पूर्व प्रत्याशी के बीच कहासुनी शुरू हो गई। किसानों ने कहा कि सभी के चंदे से हैंडपंप लगा था तो उसने कहा कि हम अपने खेत से हैंडपंप हटा रहे हैं। इसमें किसी आपत्ति क्यों है और उसने भी ज्यादा चंदा दिया था। किसानों में महाराज सिंह पाल, नरेश पाल, अंकित पाल, प्रमोद कुमार, जितेंद्र शर्मा का आरोप है कि खेत से हैंडपंप उखाड़ने का विरोध करने पर पूर्व प्रत्याशी ने गाली गलौज कर अभद्रता की। दोबारा उसके खेत में हैंडपंप लगाने पर जानमाल की धमकी भी दी। इसकी शिकायत पुलिस से की गई तो मामले की जांच शुरू की गई है।