नौकरी के बहाने टूरिस्ट वीजा पर महिलाओं को खाड़ी देशों में भेजने वाले गिरोह का पर्दाफाश…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
कानपुर। नौकरी के बहाने टूरिस्ट वीजा पर महिलाओं को खाड़ी देशों में भेजने वाले गिरोह के विदेशी एजेंटों के खिलाफ भी वहां के भारतीय दूतावासों ने सुबूत जुटाने शुरू कर दिए हैं। ओमान के भारतीय दूतावास ने उन्नाव की महिला को वहां के एजेंटों के चंगुल से मुक्त कराकर अपनी सुरक्षा में लिया है। इसके अलावा वहां रह रही महिलाओं के वर्क परमिट समेत अन्य दस्तावेज वहां की एजेंसियों से मांगे हैं। सूत्रों के मुताबिक तमाम महिलाओं ने अरबी व अंग्रेजी भाषा में लिखे दस्तावेजों पर अपने हस्ताक्षर किए थे। उन्नाव की महिला को ओमान भेजने के मामले में मंगलवार को पुलिस ने कर्नलगंज के अतीकुर्रहमान व इफ्तिखाराबाद के मुजम्मिल को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इनके मोबाइल फोन में कुछ नंबर शहर के ही जबकि कुछ बेंगलुरु और दिल्ली के मिले हैं। जल्द ही एक टीम बेंगलुरु जाएगी। डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने बताया कि वर्क परमिट व अन्य दस्तावेजों में क्या नियम व शर्तें लिखी हैं। भारतीय दूतावास इसकी भी जांच कर रहा है। कोई फर्जीवाड़ा सामने आता है तो दूतावास के अधिकारी ओमान पुलिस को पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग करेंगे। पुलिस सूत्रों ने बताया कि खाड़ी देशों में भारतीय महिलाएं व पुरुष एक से दो साल के परमिट पर काम करते हैं। एजेंट उनके पासपोर्ट व वीजा अपने पास रखते हैं। ताकि कामगार परमिट की शर्तों का उल्लंघन नहीं करे। डीसीपी ने बताया कि महिलाओं के वापस आने के बाद उनके कोर्ट में बयान कराए जाएंगे।