आतंकवादी ही थे मारे गए तीनों युवक, 10 दिनों में परिजनों को देंगे ठोस सबूत, आईजीपी…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
श्रीनगर। आइजीपी कश्मीर रेंज विजय कुमार ने कहा कि लावेपोरा मुठभेड़ में मारे गए तीनों युवक आतंकवादी ही थे। पुलिस जल्द ही तीनों युवकों के आतंकी संगठनों के साथ संबंध के ठोस सबूत उनके माता.पिता को सौंपेंगीए जो बार.बार उनके बच्चों को बेगुनाह और सुरक्षाबलों को कसूरवार ठहरा रहे हैं। जहां तक तीनों आतंकियों के शवों को उनके परिजनों को सौंपने की बात है। कोविड.19 महामारी के मद्देनजर ऐसा किया जाना संभव नहीं है। क्योंकि अगर परिजनों को शव सौंपे जाते हैं तो उनकी अंतिम यात्रा में क्षेत्र के हजारों लोगों के जुटने की अशंका है। यह कोविड प्रोटोकॉल के खिलाफ होगा।
श्रीनगर में सड़क सुरक्षा सप्ताह समारोह के दौरान आइजीपी विजय कुमार जैसे ही पत्रकारों के समक्ष पहुंचे, लावेपोरा मुठभेड़ को लेकर पत्रकारों ने उनसे कई प्रश्न पूछना शुरू कर दिए। पत्रकारों ने आइजीपी को बताया कि परिजन अभी भी यह बात मानने को तैयार नहीं है कि उनके बच्चे आतंकवादी थे। यही नहीं उन्होंने आज इस संबंध में घाटी के लोगों को काली पट्टियां पहकर अपना विरोध जाहिर करने का आग्रह भी किया था। इस पर आइजीपी ने बताया कि उन्होंने मुठभेड़ से संबंधित 60 प्रतिशत सबूत जुटा लिए हैं। अभी तक की जांच में यह साबित हो चुका है कि तीनों ही युवक आतंकवादियों के संपर्क में थे।