Thursday, April 24, 2025
उत्तर-प्रदेश

रंजिश में की गई भाजपा नेता की हत्या, आरोपी और उसके पिता समेत 6 गिरफ्तार

संभल/

थाना क्षेत्र के गांव दबथरा हिमंचल में भाजपा नेता गुलफाम सिंह यादव की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। वर्तमान ब्लॉक प्रमुख और उसके ग्राम प्रधान पिता ने ही चुनावी रंजिश के चलते षड्यंत्र रचकर हत्याकांड को अंजाम दिया था। पुलिस ने ब्लॉक प्रमुख और उसके पिता समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्यारोपियों न्यायालय में पेश जाएगा।। एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने प्रेस वार्ता के दौरान हत्याकांड का खुलासा किया।

दस मार्च की दोपहर एक बजे करीब भाजपा नेता गुलफाम सिंह यादव घेर में आराम कर रहे थे। उसी समय बाइक पर सवार तीन लोग उनके पास पहुंचे। गुलफाम सिंह ने सभी को पानी पिलवाया और कुर्सी पर बैठा कर वार्ता की। इसी दौरान हत्यारोपियों ने उनके पेट में जहरीला इंजेक्शन घोंप दिया। अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज ले जाते समय रास्ते में ही भाजपा नेता की मौत हो गई।

इस मामले में पुलिस ने भाजपा नेता के पुत्र दिव्य प्रकाश यादव की तहरीर के आधार पर ब्लॉक प्रमुख रवि यादव पुत्र महेश व उसके पिता महेश यादव पुत्र सेवाराम यादव, धर्मवीर उर्फ धम्मा पुत्र मोहन सिंह निवासी ग्राम मैढौली थाना जुनावई, डॉ. मुकेश यादव पुत्र लालाराम यादव निवासी गांव दबथरा हिमंचल थाना जुनावई और दो अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया था।

हत्या सामान्य मौत लगे, इसलिए जहरीला इंजेक्शन लगाया
भाजपा नेता गुलफाम सिंह यादव की हत्या की योजना बरेली के केंद्रीय कारागार में बनाई गई। हत्या सामान्य मौत लगे, इसके लिए जहरीला इंजेक्शन लगाया था। पुलिस ने बताया कि 19 नवंबर 2024 को ब्लॉक प्रमुख रवि यादव का पिता महेश यादव बरेली कारागार में सजा काट रहे धर्मवीर यादव से मिला था। महेश यादव ने धर्मवीर यादव उर्फ धम्मा की जमानत व अपील का पूरा खर्च उठाने की जिम्मेदारी ली थी। साथ ही बाद में भी उसकी मदद करने की बात कही थी। इसके बदले में धर्मवीर यादव को गुलफाम सिंह की हत्या करने की साजिश रची।

महेश यादव ने 35 हजार रुपये धर्मवीर उर्फ धम्मा की जमानत पर खर्च किए। जेल से बाहर आने के बाद धर्मवीर का ट्रैक्टर भी एक लाख रुपये देकर छुड़वाया था। महेश यादव ने धर्मवीर को यह कहा था कि हत्या इस तरह से होनी चाहिए कि वह सामान्य मृत्यु लगे। इसलिए नेमपाल, महेश व धर्मवीर ने इंजेक्शन घोंप कर गुलफाम सिंह की हत्या करने की योजना बनाई। इन लोगों से यह भी तय किया कि जेल से बाहर आने के बाद महेश व धर्मवीर सार्वजनिक तौर पर साथ नहीं दिखेंगे ताकि समाज में लोगों को लगे कि इन लोगों के आपसी संबंध खराब हो गये हैं।

योजना के तहत ही धर्मवीर ने बाबूराम फौजी से निकटता बनायी। जिससे गुलफाम सिंह के पास धर्मवीर पहुंच सके। इसके बाद घटनास्थल की रेकी की। नौ मार्च की रात महेश यादव ने मुकेश तथा नेमपाल व धर्मवीर को अपने बंद पड़े भट्ठे पर बुलाया और घटना की योजना तैयार की। महेश यादव ने पांच लाख रुपये में हत्या का सौदा किया था।

पुलिस की पूछताछ में ये बात भी सामने आई है कि हत्या में प्रयुक्त केमिकल भरा इंजेक्शन नेमपाल ही लाया था। नेमपाल को इस तरह के इंजेक्शन की जानकारी अपने एक अन्य साथी विकास यादव से हुई। जिसने अभियुक्त नेमपाल को रामनिवास उर्फ नारद से मिलवाया, जो इस तरह की दवाई रखते हैं।

ऐसे दिया घटना को अंजाम
घटना के दिन धर्मवीर घटनास्थल पर पहले से मौजूद था और मुकेश व नेमपाल सफेद अपाचे बाइक से वहां आए थे। महेश यादव भी मदद करने के उद्देश्य से घटना स्थल से थोड़ी दूरी पर था। नेमपाल व धर्मवीर ने घेर के अंदर जाकर योजना के अनुसार गुलफाम को इंजेक्शन लगाया व मुकेश बाहर निगरानी कर रहा था। घटना को अंजाम देकर तीनों बाइक से भाग गए।

पूर्व पालिकाध्यक्ष के पति ने दी थी हत्यारोपियों को शरण
पुलिस को महेश यादव की तलाश थी। हरिबाबा इंटर कॉलेज जुनावई के पास से महेश यादव व उसके पुत्र रवि यादव व उसके शरण दाता सुधीर कुमार उर्फ पप्पू यादव को गिरफ्तार किया। सुधीर कुमार उर्फ पप्पू यादव पूर्व पालिकाध्यक्ष का पति है। उसने ही हत्यारोपियों को शरण दी थी।

यह थी चुनावी रंजिश
पुलिस की पूछताछ के दौरान महेश यादव ने बताया कि गुलफाम सिंह उसके ब्लॉक प्रमुख बेटे रवि यादव के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का लगातार प्रयास कर रहे थे। इसलिए उसने उसे खत्म करने का निर्णय लिया था। उसके गांव के ही धर्मवीर उर्फ धम्मा जो जिला केंद्रीय कारागार बरेली में सजा काट रहा था, उससे 19 नवंबर 2024 को बरेली जेल में जाकर मिला था।

गुलफाम सिंह यादव की हत्या चुनावी रंजिश में की गई थी। ब्लॉक प्रमुख के पिता ग्राम प्रधान महेश ने पांच लाख रुपये में सौदा किया किया था। इस मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है।
-कृष्ण कुमार विश्नोई, एसपी संभल

एसपी ने खुलासे के लिए थाना जुनावई से तीन टीम तथा थाना गुन्नौर से दो टीम समेत सर्विलांस टीम व एसओजी से तीन टीम को लगाया गया। इस दौरान घटना के आसपास जाने वाले रास्ते पर लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए तथा घटना स्थल से सर्विलांस टीम द्वारा बीटीएस व संदिग्ध व्यक्तियों की सीडीआर निकाली गई। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी गई। पुलिस की पूछताछ में मुकेश यादव के घटना में शामिल होने की जानकारी मिली। सूचना के आधार पर मुकेश समेत नामजदों के अलावा विकास पुत्र शिवनारायण निवासी ग्राम विधौती फाजिलपुर थाना जुनावई व रामनिवास उर्फ नारद पुत्र भीम सिंह निवासी बसला की मढ़ैया थाना कैला देवी को गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ में मुकेश यादव ने बताया कि महेश यादव का गुलफाम सिंह यादव से चुनाव को लेकर रंजिश थी। इस लिए महेश यादव गुलफाम सिंह यादव को रास्ते से हटाना चाहते थे। इस मामले में पुलिस ने महेश यादव, उसके पुत्र रवि यादव, मुकेश यादव निवासी गण ग्राम मैढोली थाना जुनावई, विकास निवासी ग्राम बिधौती फाजिलपुर थाना जुनावई, रामनिवास उर्फ नारद निवासी बसला की मढैया थाना कैला देवी, सुधीर उर्फ पप्पू निवासी मोहल्ला बदरिया कस्बा व थाना सौरों जनपद कासगंज को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने हत्यारोपियों से चार मोबाइल बरामद किए हैं। खुलासे के दौरान एएसपी दक्षिण अनुकृति शर्मा, सीओ दीपक तिवारी मौजूद रहे।

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