रामनगर किले का मुख्य दरवाजा रविवार भोर में आटो की टक्कर से धराशायी हो गया। यह संयोग ही रहा कि दरवाजा टूट कर दूसरे दरवाजे पर अटक गया और किसी तरह की जानमाल की क्षति होने से बच गई। किला में तैनात पीएसी के जवानों ने ऑटो चालक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
काशीराज परिवार के अनंत नारायण सिंह को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने किला के सुरक्षा अधिकारी राजेश कुमार शर्मा को बोलकर चालक को मय ऑटो छुड़वा दिए और किसी तरह की कानूनी कार्यवाही करने की शिकायत नहीं किए।
रविवार की भोर में लगभग चार बजे एक चालक ऑटो लेकर बनारस की ओर जा रहा था। किले के मोड़ पर दिशा भ्रम होने के चलते मुड़ने की बजाय चालक सीधे किले में घुसने लगा और मुख्य द्वार पर जोरदार टक्कर मारी।
टक्कर इतनी जोरदार थी कि दरवाजा टूट गया। हादसे में उसकी ऑटो भी क्षतिग्रस्त हुई। तेज आवाज सुनकर बाहर आए पीएसी के जवानों और दुर्ग के सुरक्षा गार्डों ने ऑटो चालक को पकड़कर बैठा लिया। सुरक्षा गार्ड ने बताया कि ऑटो चालक नशे में था।
ऑटो चालक का नाम रामबली है, जो ग्राम कबीरपुर का रहने वाला है। बाद में उसको पुलिस के हवाले कर दिया। किले का मुख्य दरवाजा लगभग दो सौ साल से भी ज्यादा पुराना है। मुख्य द्वार को साढ़े छब्बीस फुटवा दरवाजा कहा जाता हैं। ऑटो की हल्की टक्कर से टूटने की वजह लोग क्लिप पर दरवाजा फंसना बता रहे हैं। कहा कि यह और मजबूत होना चाहिए।