चंदौली – जब दिल्ली में क्लाइमेट स्मार्ट गांव गांव के दिव्यांग प्रधान हुए सम्मानित ……….. पंचायतीराज मंत्री के हाथों मिला सम्मान, बने प्ररेणा स्तोत्र, गांव पहुंचने पर हुआ प्रधान का हुआ भव्य स्वागत
जनपद से अकेले चुने गए थे सम्मान के लिए
भारत सरकार के पंचायती राज मंत्री ने किया सम्मानित
चंदौली।
76 वें गणतंत्र दिवस पर दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आयोजित परेड कार्यक्रम में अतिथि के रूप शामिल हुए चकिया विकास खंड के क्लाइमेट स्मार्ट गांव मवैया के ग्राम प्रधान संजय कुमार को पंचायती राज्य मंत्री ने सम्मानित किया। इस दौरान देश के लगभग 500 से अधिक प्रधान सम्मान समारोह में भाग लिए थें। मंगलवार को गांव पहुंचने पर प्रधान संजय का भब्य स्वागत किया गया।
स्कूल में प्रधान व सहयोग निर्माण समिति के अध्यक्ष आशुतोष जायसवाल को माला पहनाकर स्वागत किया गया। छात्रों ने ताली बजाकर खुशी का इजहार करते हुए प्ररेणा लिया।
प्रधान को यह सम्मान उन्हें ग्राम पंचायत में विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, जल स्वच्छता, जलवायु जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने पर मिला है। जनपद के लिए यह पहला मौका था। जब यह उपलब्धि मिला। दिव्यांग प्रधान संजय कुमार सभी के लिए आज प्ररेणा के स्त्रोत बनें हैं। गांव को संवारने में पूर्व प्रधान किरण जायसवाल का भी काफी योगदान रहा हैं। पूर्व प्रधान रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार से सम्मानित हो चुकी थीं।
ग्राम प्रधान संजय ने बतूकि तस्वीर संवारने में साथी पूर्व प्रधान प्रतिनिधि आशुतोष जायसवाल की सीख व अहम योगदान हमें मंजिल पर पहुंचने में मददगार साबित हुई है। यह के लिए गौरव का पल था। हमने कभी नहीं सोचा था कि गांव का प्रतिनिधित्व करते हुए एक दिन इतने ऊंचे मंच सम्मान मिलेगा। गांव में विकास की गंगा बहाना ऐसे ही ज़ारी रहेगा। दिल्ली में पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी बघेल सिंह ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किए। पहली बार परेड देखने को मिला। जिसे कभी खुली आंखों से प्रत्यक्ष रूप से नहीं देखा था।
स्कूल में सम्मान समारोह के दौरान हेडमास्टर जितेन्द्र , ममता मिश्रा , निवेदिता, प्रियम्बदा, अर्थमा पाण्डेय, नीबू गुप्ता , श्रेया चौहान, रागिनी सिंह, आशा पाठक, फूलतारा पाठक, गीतादेवी शैलेड कुमार, देवेड त्रिपाठी सहित गांव के डा. अनिल कुमार पांडेय, देवेंद्र प्रताप चौबे, अरविंद प्रकाश चौबे, नरेंद्र कुमार सिंह, रामनिहोर, नागेंद्र पाठक, सुलभ यादव, शंभू नाथ आदि मौजूद रहे।