Thursday, April 24, 2025
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वसूली लिस्टः चंदौली क्राइम ब्रांच के 19 पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज करने का आदेश……..इस थाने को आदेश

गाजीपुर/चंदौली। लखनऊ पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क 

वर्ष 2021 में पुलिसकर्मियों के वसूली की लिस्ट वायरल करने के मामले में बर्खास्त मुख्य आरक्षी अनिल कुमार सिंह की 156 (3) के प्रार्थना पत्र को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट स्वप्न आनंद की अदालत ने स्वीकार कर लिया। कोर्ट ने चंदौली की तत्कालीन क्राइम ब्रांच सहित 19 पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विवेचना पूरा कराने का आदेश नंदगंज पुलिस को दिया है।

वाराणसी के मंडुवाडीह थाना के शिवशंकर नगर निवासी मुख्य आरक्षी अनिल कुमार सिंह ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में 156 (3) के तहत प्रार्थना पत्र दिया। इसमें कहा कि वर्ष 2021 में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक चंदौली और प्रभारी निरीक्षक मुगलसराय शिवनंद मिश्रा ने पद का दुरुपयोग करके प्रतिमाह नियम विरुद्ध वसूली की जा रही थी। इसकी सूची उन्होंने वायरल कर भ्रष्टाचार को उजागर कर दिया था। जिसके बाद डीआईजी विजिलेंस लव कुमार ने जांच की थी और आरोप सत्य पाया था। इससे नाराज होकर दिया था।

बकौल विनोद सिंह इसके बाद उन्हें डराने के लिए झूठे मुकदमे में फंसाने की साजिश की गई। इसको कोतवाली चंदौली इंस्पेक्टर के हमराही ने पर्दाफाश कर दिया और समय रहते बता दिया। आरोप है कि भ्रष्टाचार को उजागर करने वाले मंजूनाथ, अमित जेठवा, सत्येंद्र कुमार दुबे, सतीश शेट्टी, शशिधर की हत्याएं कर दी गई।

इसके बाद आवेदक की हत्या करने के लिए तत्कालीन पुलिस अधीक्षक चंदौली अमित द्वतीय और स्वाट टीम प्रभारी इंस्पेक्टर राजीव कुमार सिंह, सर्विलांस प्रभारी एसआई अजित कुमार सिंह, थानाध्यक्ष बबुरी एसआई सत्येंद्र विक्रम सिंह, हेड कांस्टेबल आनंद सिंह, कांस्टेबल अमित कुमार यादव, कांस्टेबल भुलन्न यादव, चाल स्वाट टीम कांस्टेबुल राणा प्रताप, आनंद कुमार गोड़ बीते 5 सितं 2021 शाम साढ़े पांच बजे सफेद रंग की बोलेरो से शादी वर्दी में उसके ससुराल नंदगंज थाना के बड़हरा गांव पहुंचे और अपहरण कर लिया।

अपहरण की सूचना पुत्री खुशबू ने 112 नंबर डायल पुलिस को दी। साथ ही नंदगंज थाना पुलिस को सूचित किया। इससे आवेदक की जान बच गई, लेकिन योजनाबद्ध तरीके से पद और पावर का दुरुपयोग कर इन लोगों ने दो दिन कस्टडी में रखकर बीते 7 सितंबर 2021 पशु क्रूरता अधिनियम के तहत थाना बबुरी से चालान कर दिया।

इस घटना की सूचना रजिस्टर्ड डाक से पुलिस अधीक्षक गाजीपुर को दी। कार्रवाई न होने पर न्यायालय में प्रार्थना-पत्र दिया। आवेदक के प्रार्थना- पत्र पर सुनावाई के बाद न्यायालय ने बीते 21 सितंबर को नंदगंज पुलिस को केस दर्ज कर विवेचना करने का आदेश दिया।

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