डेरवा। गोरखपुर जिले में बड़हलगंज कोतवाली क्षेत्र के सिधुआपार निवासी रामनयन ने मुख्यमंत्री व उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर बताया है कि वह दारोगा और सिपाही की प्रताड़ना से परेशान है। उसे न्याय नहीं मिल रहा है। थाने में नंगा कर उसे बेरहमी से पीटा गया।
बेहोश होने पर सीएचसी में उपचार करा घर छोड़ दिया गया। रामनयन ने पत्र में चेतावनी दी है कि 13 जून तक उसे न्याय नहीं मिला तो वह मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह कर लेंगे। रामनयन ने पत्र में लिखा है कि वह गरीब हैं। उनकी सात पुत्रियां हैं।
30 जनवरी को फुटबाल खेलते समय पड़ोसी से दरवाजे पर विवाद हो गया था। सूचना देने पर दारोगा व एक सिपाही पहुंचे और पड़ोसी का नाम पूछते हुए उसके घर जाने लगे। इसी बीच उनके मोबाइल पर किसी का फोन आ गया और दोनों लोग वापस उसके घर आए और गाली देते हुए उसे थाने ले गए। वहां जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए नंगा कर बेरहमी से पीटा गया।
बेहोश होने पर दारोगा और सिपाही सीएचसी बड़हलगंज लेकर गए और उपचार कराने के बाद घर भेज दिया। अगले दिन पुलिस ने उसी के विरुद्ध मुकदमा भी दर्ज कर दिया। इसके बाद चौकी प्रभारी व सिपाही उसे लगातार प्रताड़ित कर रहे हैं। न्याय नहीं मिला तो वह आत्मदाह कर लेंगे।
पुलिस अधीक्षक दक्षिणी जितेन्द्र कुमार ने बताया कि 30 जनवरी को विवाद की सूचना पर पुलिस ने दोनों पक्षों पर 151 की कार्रवाई की थी। रामनयन द्वारा दारोगा और सिपाही पर लगाए गए आरोपों की जांच कराई जा रही है। सही मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।