Thursday, April 24, 2025
उत्तर-प्रदेशलखनऊ

सपा नेता ने फर्जी दस्तावेज पर करवाया ये काम, खुलासा होने पर पुलिस हैरान, गिरफ्तार कर भेजा जेल

पीलीभीत।  पीलीभीत में फर्जी पता दर्शाकर कूटरचित अभिलेख लगाकर सपा के पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ने दो शस्त्र लाइसेंस बनवा लिए। जांच में जब मामला सामने आया, तो एसपी के आदेश पर गजरौला थाने में तैनात दरोगा ने मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई है। अब पुलिस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच में जुट गई है। आरोपी को जेल भेज दिया गया है।

गजरौला थाने में एसपी अविनाश पांडेय के आदेश पर एसआई मोहम्मद आरिफ ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि 10 मई को कांस्टेबल प्रवीण कुमार ने एक बीट सूचना अंकित कराई थी। जिसकी जांच उनके द्वारा की गई। इसमें सामने आया कि क्षेत्र के गांव पौरखास के रहने वाले सतनाम सिंह उर्फ सत्ता पुत्र रविंदर सिंह वर्तमान में सदर कोतवाली के एकता नगर कॉलोनी में रहता है। उसके पास दो शस्त्र लाइसेंस हैं।

एक लाइसेंस डीबी बीएल गन 12 बोर और दूसरी रिवॉल्वर/पिस्टल 32 बोर का है। उक्त दोनों शस्त्र लाइसेंस वर्ष 2007 में अपना आवासीय पता जिला शाहजहांपुर के थाना सेहरामऊ उत्तरी क्षेत्र के ग्राम प्रसादपुर दर्शाकर आवेदन कर बनवाए गए थे। वर्ष 2018 में सतनाम सिंह उर्फ सत्ता ने अपना पता एकता नगर कॉलोनी पीलीभीत अंकित करके प्रार्थना पत्र व शपथ पत्र सहित डीएम को दिए।

ऐसे हुआ खुलासा 
दोनों शस्त्र लाइसेंस शाहजहांपुर जनपद से पीलीभीत स्थानांतरित कराकर अभिलेखों में पंजीकृत कराए गए। पुलिस ने सतनाम सिंह की ओर से दर्शाए गए पते पर ग्राम प्रसादपुर जाकर ग्रामीणों से जानकारी की तो पता चला कि प्रसादपुर में कभी सतनाम सिंह उर्फ सत्ता नहीं रहता था। इस संबंध में वर्तमान प्रधान ग्राम पंचायत धनसिंहपुर स्वामी दयाल ने लिखित प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया। इसमें बताया कि ग्राम पंचायत धनसिंहपुर का मजरा प्रसादपुर है। उसमें सतनाम सिंह उर्फ सत्ता पुत्र स्व.रविंदर सिंह नाम का कोई व्यक्ति नहीं रहता है, न ही पहले कभी रहता था।
ऐसे में स्पष्ट है कि आरोपी द्वारा अपना फर्जी पता दर्शाकर कूटरचित अभिलेखों की मदद से दोनों लाइसेंस फर्जी पते पर 2007 में प्राप्त किए गए। 2019 में शस्त्र लाइसेंस पीलीभीत स्थानांतरित कराकर अभिलेखों में दर्ज करा लिए गए। जबकि जिले के अलग-अलग थानों में सतनाम सिंह उर्फ सत्ता का आपराधिक इतिहास भी है। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है। सीओ दीपक चतुर्वेदी ने बताया कि आरोपी ने फर्जी पता दर्शाकर दूसरे पते दो शस्त्र लाइसेंस जारी करा लिए थे। जांच में में मामला प्रकाश में आने पर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

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