पहली बस ने दिया धोखा, दूसरी बस ने बेटी प्रियांशी की जान ले ली…..
गोरखपुर। कहते हैं न .. होनी को कोई नहीं टाल सकता। शायद प्रियांशी के साथ भी कुछ ऐसा ही था। आगरा एक्सप्रेस-वे पर बस हादसे में मारी गई प्रियांशी श्रीवास्तव को दूसरी बस से दिल्ली जाना था, लेकिन ऐन वक्त पर वह बस खराब हो गई और उस बस के यात्रियाें को उस बस में ट्रांसफर कर दिया गया, जो हादसे का शिकार हो गई।
प्रियांशी के पिता हेंमत कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जिस बस में टिकट बुक कराया था, जब उसके खराब होने का पता चला तो एक पल के लिए मन थोड़ा घबराया। मैं चाहता था कि बेटी न जाए लेकिन मैं उससे कुछ कह नहीं सका। सुबह पता चला कि वह बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई और मेरी बेटी की जान चली गई।
उन्होंने बताया कि मंगलवार सुबह आठ बजे एसआई का कॉल आया कि कन्नौज के पास एक्सप्रेस वे पर एक बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। मैं एक फोटो भेज रहा हूं, उसे देखिए आप पहचान रहे हैं। मेरे मोबाइल पर जब फोटो आई तो बेटी की हालत देखकर पूरा परिवार चीख पड़ा। उन्होंने बताया कि प्रियांशी की हादसे के तुरंत बाद मौत हो गई थी।
दिल्ली मीटिंग में जा रही थीं प्रियांशी : पादरी बाजार हनुमंत नगर कालोनी निवासी हेमंत कुमार श्रीवास्तव पूर्वोत्तर रेलवे में क्लर्क हैं। उनकी दो बेटी और एक छोटा बेटा है। प्रियांशी उर्फ अदिति श्रीवास्वत (22) बीटेक कर दिल्ली की एक कंपनी में इंजीनियर पद पर नौकरी कर रही थीं। वह सोमवार को प्राइवेट एसी बस से दिल्ली में कंपनी की एक मीटिंग में शामिल होने जा रही थीं।
मंगलवार को हादसे में उनकी मौत हो गई। सूचना मिलते ही परिजन भी घटनास्थल पर रवाना हो गए। बुधवार भोर में परिजन पोस्टमार्टम के बाद प्रियांशी का शव लेकर पादरी बाजार स्थित घर लेकर पहुंचे। सुबह 10 बजे राजघाट पर प्रियांशी का अंतिम संस्कार किया गया। प्रियांशी की छोटी बहन साक्षी दिल्ली से बीटेक कर रही हैं। भाई अनमोल कक्षा 8 का छात्र है। इस घटना के बाद मां नीतू श्रीवास्तव का रो-रोकर बुरा हाल है।