16 लोगों का टूटा ‘सांसद’ बनने का सपना, मुकाबले में अब बचे इतने उम्मीदवार
फिरोजाबाद। लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए नामांकन करने वाले 16 प्रत्याशियों की दावेदारी रद हो गई। शनिवार को चार घंटे चली जांच के बाद अलग-अलग कमियों के कारण उनके नामांकन पत्र निरस्त कर दिए गए। अब भाजपा, सपा और बसपा सहित छह दलों के और एक निर्दल प्रत्याशी ही मैदान में बचे हैं। इन्हें नाम वापसी के लिए सोमवार को मौका दिया जाएगा।
शनिवार को सुबह 11 से दोपहर तीन बजे तक नामांकन पत्रों की जांच का काम चला। इस दौरान कलक्ट्रेट परिसर में बने कक्ष के आसपास काफी सख्ती रही। प्रत्याशियों के अलावा किसी को भी जाने की अनुमति नहीं दी गई।
कमियों के कारण निरस्त हुए 16 नामांकन
वहीं अन्य प्रत्याशियों के नामांकन पत्र शपथ पत्र सहित अन्य कमियों के कारण निरस्त किए गए हैं। एक प्रत्याशी ने हस्ताक्षर ही नहीं किए थे। इन कमियों के बारे में प्रत्याशियों को चेक लिस्ट के माध्यम से सूचना दी गई थी। जिस पर उन्हें नियत समय और नियत प्रारूप में कमियां दूर करने के लिए कहा गया था।

डीएम रमेश रंजन ने बताया कि जांच में सपा के अक्षय यादव, भाजपा के ठा. विश्वदीप सिंह, बसपा के चौधरी बशीर, भारतीय किसान परिवर्तन पार्टी के उपेंद्र सिंह, राष्ट्र उदय पार्टी के प्रेमदत्त, परिवर्तन समाज पार्टी के रश्मिकांत और निर्दलीय राजवीर राठौर निर्दलीय के नामांकन पत्र सही पाए गए हैं।
इनके नामांकन हुए निरस्त
राष्ट्रीय समानता दल महेंद्र सिंह, भारतीय शक्ति चेतना पार्टी दिनेश सिंह, आदर्श जनता पार्टी के महेंद्र सिंह, लोकप्रिय राष्ट्रवादी पार्टी के रजनेश कुमार, सर्वजन सुखाय पार्टी के विनीत यादव, मौलिक अधिकार पार्टी के बलवीर, परचम पार्टी आफ इंडिया के एहतशाम अली बाबर, बहुजन द्रविण पार्टी के रामगोपाल, पीस पार्टी के मोहम्मद इश्तियाक अहमद, निर्दलीय कैलाश लोधी, नाजरीन, दीपक लोधी, ज्योति, रेखा देवी, प्रीती मिश्रा और महेशचंद्र शर्मा के नामांकन निरस्त किए गए।