घात लगाए बैठे रहे हमलावर… भाजपा नेता के आते ही बरसा दीं ताबड़तोड़ गोलियां; चश्मदीद ने बताई कहानी………
समारोह स्थल से बाहर निकलकर पूर्व ब्लॉक प्रमुख जैसे ही सड़क पर आए वैसे ही असलहों से लैस हमलावरों ने गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। इसलिए किसी को संभलने तक का मौका नहीं मिला। गोलियों की आवाज सुनकर लोग इकट्ठा हो गए, पर तब तक हमलावर भाग निकले।
जानकारी के मुताबिक मोनू व ज्ञानी लोधी को पता था कि तिलक समारोह में ब्लॉक प्रमुख व अनंत राम शामिल होंगे। इसलिए वह तैयारी में था। इन सभी के तिलक समारोह में पहुंचने के बाद ये घात लाकर बैठ गए थे।
एक सिर को छूते हुए निकली गोली
मृतक अनंत राम के भाई जयकरण के सिर में बाएं तरफ गोली छूते हुए निकल गई। वह बाल-बाल बच गए। वहीं घायल छोटू के हाथ में गोली लगी। प्राथमिक उपचार के बाद उनको अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। मृतक अनंत के परिवार में उनकी पत्नी दयावती, तीन बेटे रंजीत, फूलचंद, रामबाबू व बेटी कोमल है। वह किसानी करते थे।
मृतक अनंत राम के भाई जयकरण के सिर में बाएं तरफ गोली छूते हुए निकल गई। वह बाल-बाल बच गए। वहीं घायल छोटू के हाथ में गोली लगी। प्राथमिक उपचार के बाद उनको अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। मृतक अनंत के परिवार में उनकी पत्नी दयावती, तीन बेटे रंजीत, फूलचंद, रामबाबू व बेटी कोमल है। वह किसानी करते थे।
मोनू रावत केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर का पीए रहा है। बताया जा रहा है कि वह मंत्री का दूर का रिश्तेदार भी है। वह रिश्ते में भांजा लगता है। वहीं राम विलास भी मंत्री के दूर के रिश्तेदार हैं। मतलब मोनू व राम विलास का भी आपस में कोई न कोई रिश्ता है। भले वह दूर का है, लेकिन दुश्मनी रिश्ते पर भारी पड़ी।
जिस तरह से घटना को अंजाम दिया गया, उससे साफ है कि आरोपियों के पास कई असलहे थे। वर्तमान में आचार संहिता लगी है। दावा है कि पुलिस अधिक सक्रिय है। उसके बाद भी ऐसी वारदात का होना कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है। आखिर कैसे आरोपी असलहा लेकर बेखौफ होकर घूम रहे हैं।
लखनऊ के काकोरी के तेज किशन खेड़ा गांव में शुक्रवार रात तिलक समारोह में वर्चस्व और रंजिश में एक प्रॉपर्टी डीलर और उसके साथियों ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। ब्लॉक प्रमुख समेत चार लोगों को गोलियां लगीं। जिसमें से उनके एक साथी की मौत हो गई। ब्लॉक प्रमुख की हालत गंभीर है। निजी अस्पताल में इलाज जारी है। अन्य दो की हालत खतरे से बाहर है। वारदात को अंजाम देने के हमलावर भाग निकले। पुलिस की पांच टीमें उनकी तलाश में लगाई गई हैं। तेज किशन खेड़ा गांव में शुक्रवार को राम कुमार लोधी बेटे संदीप का तिलक समारोह था। समारोह में भाजपा के पूर्व ब्लॉक प्रमुख राम विलास रावत भी मौजूद थे।
राम विलास की पत्नी प्रधान रह चुकी हैं। पहले राम विलास और मोनू एक साथ रहते थे। पंचायत चुनाव में मोनू ने दूसरे प्रत्याशी का समर्थन किया। जिसके बाद से दोनों बीच दुश्मनी पनपने लगी थी। कुछ वक्त पहले मोनू के भाई पर दुष्कर्म का एक केस दर्ज कराया था। इस प्रकरण में राम विलास पीड़ित पक्ष की पैरवी कर रहे थे। इस वजह से मोनू उनसे खुन्नस रखने लगा था। यही नहीं मोनू अपना वर्चस्व काम करना चाहता है। यही सभी वजहें वारदात का कारण बनीं। मोनू रावत केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर का पीए रहा है। पांच महीने पहले ही उसको हटाया गया था।