हादसे के बाद, गिरी गाज….हुई कार्रवाई….….एक्सईएन और जेई समेत तीन निलंबित, लाइनमैन की सेवा समाप्त…..CM ने जताया दुःख , घटना स्थल पर पहुंचे ऊर्जा मंत्री, दिए कमिश्नर, डीएम, एमडी को निर्देश, मृतक के परिजनों को 5-5 लाख, घायलों को 50-50 हजार आर्थिक मदद, 5 की हुई मौत, 15 घायल
मरदह क्षेत्र में वैवाहिक कार्यक्रम में आ रही बस के हाईटेंशन तार से छू जाने से लगी आग में पांच लोगों के जिंदा जलने और 15 के घायल होने की घटना के बाद ऊर्जा मंत्री एके शर्मा देर रात घटनास्थल पर पहुंचे।
मंत्री ने घटना के लिए प्रथमदृष्टया लापरवाही मानते हुए विद्युत वितरण खंड प्रथम के अधिशासी अभियंता मनीष कुमार, एसडीओ संतोष चौधरी, जेई प्रदीप कुमार राय को निलंबित और लाइनमैन नरेंद्र (संविदा कर्मी) की सेवा समाप्ति के निर्देश दे दिए हैं।
मंत्री ने मण्डलायुक्त, डीएम, एमडी समेत अन्य अधिकारियों से घायलों की मदद के निर्देश दिए। मंत्री ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों की आत्मा को शांति प्रदान करने एवं परिजनों को संबल देने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
मंत्री शर्मा ने घटना की जानकारी मिलते ही सख्त कार्रवाई करते हुए उन्होंने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी, मंडलायुक्त, जिलाधिकारी एवं अधीक्षण अभियंता से बात की। सभी अधिकारियों को घायलों के समुचित उपचार की व्यवस्था सहित प्रभावित लोगों की हर संभव मदद करने का निर्देश दिया।
बता दें कि गाजीपुर के मरदह थाना के 400 मीटर के पास एचटी तार के संपर्क में आने से बस में आ आग लग गई। जिसमें कुल 5 लोगों की मौत हो गयी हैं, वहीं 15 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। बस में कुल 38 बराती बस में सवार थे।
सीएम ने जताया दुख
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजीपुर हादसे पर दुख जताते हुए कहा इस दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दु:खद एवं हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख एवं गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता एवं उनके निश्शुल्क उपचार के निर्देश दिए हैं। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान व घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।