लोगों की लगी लॉट्री! इस योजना के लिए हुआ चयन, सरकार देने जा रही 2-2 लाख रुपये
पटना। बिहार लघु उद्यमी योजना के लिए शुक्रवार को उद्योग विभाग के सभागार में 50 हजार लाभुकों का चयन किया गया। वहीं, 10 हजार लाभार्थियों को प्रतीक्षा सूची में रखा गया है। उप मुख्यमंत्री सह उद्योग मंत्री सम्राट चौधरी की मौजूदगी में लाभार्थियों का चयन कंप्यूटरीकृत रैंडेमाइजेशन सिस्टम से हुआ।
अनुसूचित जाति- 12,568
अनुसूचित जनजाति- 936
अतिपिछड़ा वर्ग-17,730
पिछड़ा वर्ग- 13,038
सामान्य वर्ग- 5,728
सम्राट चौधरी ने यह कहा
उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि राज्य में जाति आधारित गणना में कुल सर्वेक्षित 2.76 करोड़ है। इनमें 94 लाख परिवार ऐसे हैं, जिनकी मासिक आमदनी छह हजार रुपये से कम है। मु्ख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर आर्थिक रूप से गरीब परिवारों को स्वरोजगार के लिए सहायता दिए जाने को ले बिहार लघु उद्यमी योजना आरंभ की गई है।
इसके तहत प्रत्येक लाभुक को दो लाख रुपये की राशि अनुदान के रूप में दी जाएगी। हमें बिहार को नौकरी मांगने वाला नहीं, बल्कि नौकरी देने वाला बनाना है। बड़े उद्योग भी लगाएंगे और छोटे उद्योग भी लगाएंगे।
2,02013 आवेदन आए
उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव संदीप पौंड्रिक ने जानकारी दी कि इस योजना के लाभार्थियों के चयन के लिए पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन मंगाए गए थे। पोर्टल पांच फरवरी से 20 फरवरी तक खोला गया।
इस दौरान 2,02013 आवेदन आए। अनुसूचित जाति से 61,494, अनुसूचित जनजाति वर्ग से 3150, अतिपिछड़ा वर्ग से 73,385, पिछड़ा वर्ग से 46,996 तथा सामान्य वर्ग से 16,988 आवेदन प्राप्त हुए। इन्हीं आवेदकों से 50 हजार लाभार्थियों का चयन किया गया।
राशि की उपलब्धता
वित्तीय वर्ष 2023-24 में इस योजना के लिए 250.00 करोड़ तथा 2024-25 के लिए 1000 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है।
ये रहे मौजूद
उद्योग निदेशक, पंकज दीक्षित, तकनीकी विकास निदेशालय के निदेशक विशाल राज, हस्तकरघा एवं रेशम निदेशालय के निदेशक विवेक रंजन मैत्रेय, उद्योग विभाग के विशेष सचिव दिलीप कुमार।