Thursday, May 2, 2024
उत्तर-प्रदेशकानपुर

पूर्व संयुक्त शिक्षा निदेशक समेत तीन पर धोखाधड़ी का केस, भांजे को नौकरी दिलाने का आरोप, जानें मामला

कानपुर। जूही स्थित जीपीजी विद्यालय हायर सेकेंडरी स्कूल के प्रबंधक ने कानपुर मंडल की पूर्व संयुक्त शिक्षा निदेशक समेत तीन लोगों के खिलाफ फर्जी दस्तावेज के सहारे भांजे को नौकरी दिलाने का आरोप लगाया है। पुलिस कमिश्नर के आदेश पर जूही पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।स्कूल के प्रबंधक दिनेश कुमार गुप्ता ने बताया कि उनके स्कूल में मोहित मनोहर तिवारी सामाजिक विज्ञान के सहायक अध्यापक के तौर पर सेवाएं दे रहे हैं। जबकि वह विषय की योग्यता नहीं रखते हैं। आरोप है कि उनकी नियुक्ति उनकी सगी मौसी कानपुर मंडल की तत्कालीन संयुक्त शिक्षा निदेशक प्रभा त्रिपाठी ने अपने प्रभाव के चलते कराई थी।

प्रभा ने अपने प्रभाव का उपयोग कर फर्रुखाबाद की अल्पसंख्यक संस्था क्रिश्चियन इंटर कॉलेज के प्रबंधक से सांठगांठ कर मोहित तिवारी की नियुक्ति 2005 में करा दी। इसके बाद से मोहित नियुक्त तिथि से लेकर अब तक हर महीने एक लाख रुपये बतौर वेतन ले रहे हैं। बताया कि यह गड़बड़ी जिला लेखा परीक्षा अधिकारी कानपुर ने पकड़ी थी।
वर्तमान संयुक्त शिक्षा निदेशक से शिकायत की
जानकारी सामने आने पर उन्होंने वर्तमान संयुक्त शिक्षा निदेशक कानपुर मंडल मनोज कुमार द्विवेदी से शिकायत की। उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षक कानपुर नगर को जांच दे दी। जिला विद्यालय निरीक्षक फतेह बहादुर सिंह की जांच में मोहित तिवारी सहायक अध्यापक सामाजिक विज्ञान के लिए योग्य पाए गए।
केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू
हालांकि मामले को दबा दिया गया। उन्होंने आईजीआरएस में शिकायत की, तो स्थानीय चौकी प्रभारी बीट जूही निशा यादव ने भी जांच में सही आख्या नहीं दी। न ही मोहित के खिलाफ केस दर्ज किया गया। प्रबंधक की शिकायत पर पुलिस कमिश्नर ने केस दर्ज करने के आदेश दे दिए। जूही थाना प्रभारी ने बताया कि केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।

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