उदयनिधि स्टालिन ने पहले सनातन धर्म को बताया डेंगू-मलेरिया, अब राम मंदिर पर दे दिया विवादित बयान
नई दिल्ली। सनातन धर्म के खिलाफ अपनी जुबान से आग उगलने वाले डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने अब राम मंदिर पर बयान दिया है। एक बार फिर उन्होंने विवादित बयान दिया है। उदयनिधि ने कहा कि हम मस्जिद को तोड़कर उसकी जगह मंदिर बनाए जाने का समर्थन नहीं करते हैं।
उदयनिधि ने गुरुवार को कहा, ‘जैसा कि हमारे नेता ने कहा था कि धर्म और राजनीति को न मिलाएं। हम किसी भी मंदिर निर्माण के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन हम उस स्थान पर मंदिर बनाने का समर्थन नहीं करते हैं. जहां एक मस्जिद को ध्वस्त किया गया था।’
सनातन धर्म पर दिया था विवादित बयान
बता दें कि उदयनिधि अक्सर सनातन धर्म के खिलाफ बोलते रहे हैं। बीते साल उन्होंने सनातन धर्म की तुलना डेंगू और कोरोना वायरस से की थी। उदयनिधि ने कहा था कि सनातन धर्म डेंगू, मलेरिया और कोरोना की तरह है, जिसका महज विरोध नहीं किया जा सकता बल्कि इसे खत्म किया जाना चाहिए।
उदयनिधि के बयान पर काफी हंगामा भी हुआ था। बीजेपी ने डीएमके पर जमकर प्रहार किया था। बीजेपी नेता अमित मालवीय ने कहा था कि डीएमके नेता देश की 80 प्रतिशत हिंदू आबादी के खात्मे की बात कर रहे हैं।
पटना की अदालत में पेश होने का आदेश
उदयनिधि स्टालिन की विवादित टिप्पणी को लेकर उनके खिलाफ केस भी दर्ज किया गया। इसको लेकर पटना की एमपी/एमएलए अदालत ने इसी सोमवार को संज्ञान पत्र जारी किया है। अदालत ने उदयनिधि को 13 फरवरी को अदालत में उपस्थित होने का आदेश दिया है।