Saturday, May 4, 2024
उत्तर-प्रदेश

फरियादी की बेटी पर फिदा हुए नायब तहसीलदार, अब लटकी है कार्रवाई की तलवार, हटाए गए…..हुए सम्बद्ध

लखनऊ पूर्वांचल पोस्ट न्यूज

हमीरपुर जिले की मौदहा तहसील में तैनात नायब तहसीलदार आशीष गुप्ता का धर्मांतरण करा निकाह कराने के मामले में मुस्लिम युवती के मौसा व दो मस्जिदों के मुअज्जिनों को जेल भेज दिया गया। नायब तहसीलदार के खिलाफ विभागीय जांच कर शासन में कार्रवाई की संस्तुति कर रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। उन्हें कलक्ट्रेट से संबद्ध कर दिया गया है। नायब तहसीलदार आशीष गुप्ता द्वारा यूसुफ बनकर मस्जिद में नमाज पढ़ने का फोटो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था।

साथ ही मुस्लिम युवती से निकाह करने की बात सामने आई। कानपुर निवासी नायब तहसीलदार की पत्नी आरती ने पति समेत मौदहा निवासी मुस्लिम युवती, उसके पिता, मौसा कुतुबुद्दीन व मस्जिद के मुअज्जिन मुश्ताक के अलावा पांच अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने कुतुबुद्दीन, मुश्ताक और जांच में आरोपी मिले असगर को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।

अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अरुण कुमार मिश्रा ने बताया कि बिना तलाक दूसरी शादी करने के मामले में नायब तहसीलदार आशीष गुप्ता के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति कर शासन को रिपोर्ट भेजी गई है। आगे की कार्रवाई शासन के निर्देशानुसार की जाएगी। वहीं मौदहा तहसील से हटाकर आशीष गुप्ता को कलक्ट्रेट से संबद्ध किया गया है। आशीष गुप्ता को मौदहा तहसील से हटाकर खन्ना क्षेत्र का चार्ज मुस्करा क्षेत्र के नायब तहसीलदार सत्यप्रकाश वर्मा को दिया गया है।

छह साल में बनाई करोड़ों की संपत्ति
नायब तहसीलदार आशीष गुप्ता के पिता के परिचितों ने बताया कि उसने छह साल में करोड़ों की संपत्ति बना ली है। वर्तमान में शहर में उसके 10 से अधिक प्लाट, मकान व फ्लैट हैं। अकबरपुर में भी उसकी संपत्ति है। वहां गेस्ट हाउस बनाने वाला था। वहीं पड़ोसी दुकानदारों का कहना था राजाबाबू मिठाई का ठेला बस दिखावे के लिए लगाते थे। जरूरतमंद लोगों को प्लाट व मकान कम दामों पर खरीद लेते थे।

पिता हमीरपुर गए, बोले- ससुराल जा रहे

पड़ोसियों का कहना था कि अशीष गुप्ता व उनके परिवार के लोग काफी रिजर्व थे। कॉलोनी में किसी से उनका कोई मतलब नहीं था। मूलरूप से नौबस्ता के रहने वाले राजाबाबू 10 साल पहले नारायणपुर में दो मंजिला मकान बनवाए थे। बेटे के नौकरी लगने के बाद किसी से मतलब नहीं रखते थे। वहीं पड़ोसी दुकानदार ने बताया कि मंगलवार दोपहर पिता राजाबेटा की दुकान पर हमीरपुर से पुलिस आई थी। इसके बाद दुकान बंद कर घर चले गए। इसके बाद छोटे बेटे प्रिंस के साथ हमीरपुर के लिए रवाना हो गए। पड़ोसी दुकानदारों ने जब उनसे पूछा, तो उन्होंने बताया कि कुछ जरूरी काम से ससुराल जा रहे हैं। गुरुवार को आशीष की बारे में खबर मिली तो पूरा सच पता चला।

कार्रवाई की संस्तुति, जेल भेजे गए तीन आरोपी

मौदहा तहसील में तैनात नायब तहसीलदार आशीष गुप्ता का धर्मांतरण करा निकाह कराने के मामले में मुस्लिम युवती के मौसा व दो मस्जिदों के मुअज्जिनों को जेल भेज दिया गया। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अरुण कुमार मिश्रा ने बताया कि बिना तलाक दूसरी शादी करने के मामले में नायब तहसीलदार आशीष गुप्ता के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति कर शासन को रिपोर्ट भेजी गई है। आशीष गुप्ता को मौदहा तहसील से हटाकर कलक्ट्रेट से संबद्ध किया गया है।

नायब तहसीलदार ने पहले रिश्ते में किया था प्रेम विवाह
धर्मांतरण कर दूसरी शादी के आरोपी हमीरपुर के मौदहा में तैनात नायब तहसीलदार आशीष गुप्ता की पारिवारिक पृष्ठभूमि चौंकाने वाली रही है। नायब तहसीलदार बनने से पहले आशीष तीन सरकारी नौकरियां छोड़ चुका था। उसने पहली शादी भी रिश्ते में ही की थी। पिता मामूली व्यवसाय करते थे, लेकिन बीते कुछ वर्षों में करोड़ों की हैसियत हो गई। खास बात यह कि पहली पत्नी द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में उसने अपने घर का पता भी सही नहीं लिखाया है।

तीन सरकारी नौकरियां छोड़ीं, दूसरी शादी के फेर में फंसे
नौबस्ता के नारायणपुरी में रहने वाला आशीष गुप्ता तीन सरकारी नौकरियां छोड़ने के बाद नायब तहसीलदार बना। उसने पहली शादी रिश्ते में बहन लगने वाली आरती गुप्ता से की थी। दोनों का प्रेम-विवाह हुआ था। उसका हमीरपुर के मौदहा में मदद मांगने वाली गैर समुदाय की महिला से प्रेम प्रसंग हो गया। इस मामले ने तूल तब पकड़ा जब आशीष के धर्म परिवर्तन करने के बाद मस्जिद में नमाज पढ़ने का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। पता चला कि आशीष से यूसुफ बन गया और युवती से निकाह कर लिया।

हमीरपुर के कोतवाली थाने में दर्ज कराई है एफआईआर
आशीष के पिता राजाबेटा गुप्ता नौबस्ता के हनुमानगढ़ी मंदिर के बाहर ठेले पर मिठाई बेचते हैं। परिवार में पत्नी उमा देवी व दो बेटे आशीष व अंशज उर्फ प्रिंस हैं। मोहल्ले के लोगों के मुताबिक आशीष की पहली नौकरी फील्ड गन फैक्टरी में लगी थी। इसके बाद कानपुर देहात के अकबरपुर पुखरायां में लेखपाल के पद पर तैनात हुआ, फिर काननूगो बना। इसके बाद मौदहा में नायब तहसीलदार की नौकरी मिली थी। अशीष की पत्नी आरती ने जो एफआईआर हमीरपुर के कोतवाली थाने में दर्ज कराई है। उसमें अपना पता 14 एच, हनुमंत विहार लिखा है, जबकि सही पता पता 791/29 नारायणपुरी नौबस्ता है।

आचरण नियमावली का किया उल्लंघन धूमिल हुई प्रशासन की छवि
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अरूण कुमार मिश्र ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक आचरण नियमावली का सभी सेवकों का पालन करना चाहिए। बताया कि नायब तहसील पत्नी आरती गुप्ता की तहरीर के आधार पर जो मामला दर्ज हुआ है। इसके अनुसार उन्होंने आचरण नियम-29 का उल्लंघन किया है। जिसमें दिया है कि बहुविवाह नहीं करना चाहिए। वहीं नियम-3 के अनुसार सत्यनिष्ठा को संदिग्ध नहीं करना चाहिए, जिसमें शासन प्रशासन की छवि धूमिल हो।

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