हर तरफ से आ रहा सैलाब, पांच दिन बाद पहुंचेगा संगमय खतरे के निशान से सिर्फ छह मीटर दूर है गंगा…..
प्रयागराज। मध्य प्रदेश में हो रही लगातार बारिश से प्रयागराज में भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। गंगा.यमुना के जलस्तर में रविवार को भी वृद्धि जारी रही। माताटीला और हथिनीकुंड और कानपुर बैराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है जो पांच से छह दिन में यहां आ पहुंचेगा। इसके बाद दोनों नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि होगी।
अभी गंगा खतरे के निशान 84.734 मीटर से लगभग छह मीटर नीचे बह रही हैं। मध्य प्रदेश के टीकमगढ़, छतरपुर में लगातार बारिश होने से बेतवा नदी में, दिल्ली में वर्षा से यमुना में और पहाड़ी क्षेत्रों में रही बारिश से गंगा के जल स्तर में वृद्धि जारी है।
माताटीला से छोड़ा गया 50 हजार क्यूसेक पानी
माताटीला से फिर 50 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसके 22 गेट खोले गए हैं। चार दिनों में यहां से दो लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। कानपुर बैराज से भी लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। हथिनी कुंड बैराज से दो लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
जानकारों की मानें तो बैराजों से छोड़ा जा रहा पानी यहां करीब पांच दिन बाद पहुंचेगा। सिंचाई विभाग बाढ़ प्रखंड के अधिकारियों का कहना है कि अभी नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी रहेगी। एकाएक स्थिति नहीं बिगड़ेगी।
बाढ़ की आशंका को देखते हुए लोगों ने तैयारी शुरू कर दी है। रविवार को संगम क्षेत्र में पानी बढ़ने के बाद सामान ले जाते घाटिए गिरीश श्रीवास्तव टीमों को सतर्क रहने के लिए कहा सिंचाई विभाग, राजस्व विभाग, स्वास्थ्य विभाग के साथ आपदा प्रबंधन की टीम को सर्तक रहने के आदेश दिए गए हैं। बाढ़ से निपटने के लिए 108 बाढ़ चौकियां, 12 राहत शिविर, मेडिकल टीम, बोट.एंबुलेंस और राहत दल की तैनाती हो गई है। गंगा यमुना के किनारे पर रहने वालों को सतर्क रहने को कहा गया है। प्रशासन बाढ़ से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए वाट्सएप नंबर भी शुरू करेगा।