चंदौलीः डिप्टी सीएम से मिला अधिवक्ताओं का दल, चकिया एसडीएम के स्थानांतरण का किया मांग…….भ्रष्टाचार की कराई जाए उच्चस्तरीय जांच……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
चकिया, चंदौली। दो दिवसीय जनपद चंदौली में आए दौरे पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से अधिवक्ताओं का एक दल शनिवार को मिला। डिप्टी सीएम से मिलने का मकसद अधिवक्ताओं का रहा कि चकिया से ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा का स्थानांतरण।
वही पत्र के माध्यम से अधिवक्ताओं ने डिप्टी सीएम को अवगत कराया कि तानाशाही रवैए के चलते नगर पंचायत चकिया में घोर भ्रष्टाचार कायम किए हैं। किसी भी कार्य के लिए 42 प्रतिशत कमीशन लिया जाता है तथा बिजली व अन्य सामानों का फर्जी खरीदारी दिखाकर भुगतान करके सरकारी धन हड़प लिया जाता है। नगर पंचायत चकिया में कुछ व्यक्तियों के माध्यम से किसी का मकान गिराने के नाम पर तथा मकान बनवाने के नाम पर अवैध वसूली कराई जाती है। किसी भी बात की शिकायत करने पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट जनपद चंदौली द्वारा खुली धमकी दी जाती है कि शासन अथवा प्रशासन मंे मेरे खिलाफ कोई कार्रवाई की हिम्मत की कोशिश नहीं है। इस प्रकार ज्वाइंट मजिस्ट्रेट जनपद चंदौली प्रेम प्रकाश मीणा का स्थानांतरण करके उपरोक्त कार्यो का भ्रष्टाचार की जांच अधिकारी से करवाकर उनके खिलाफ कार्रवाई किया जाना आवश्यक है। अधिवक्ताओं ने पत्र में यह भी लिखा कि इस बाबत प्रार्थना पत्र राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री, राज्यपाल, मानवाधिकार, उपमुख्यमंत्री, रक्षामंत्री, मंडल आयुक्त वाराणसी, जिला अधिकारी चंदौली, उद्योग मंत्री भारत सरकार स्थानीय विधायक को भी अवगत कराया जा चुका है।
अधिवक्ताओं ने एक स्वर में डिप्टी सीएम से गुहार लगाते हुए कहा कि किसी भी परिस्थिति में गंभीरतापूर्वक विचार करते हुए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा का स्थानांतरण हर हाल में चकिया से करके उक्त कार्यों का जांच किसी वरिष्ठ अधिकारियों से निष्पक्ष रुप से कराकर उचित करवाई करने की कृपा करें।
इस दौरान अध्यक्ष प्रेम नारायण तिवारी, महामंत्री संतोष कुमार चौरसिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रामविलास पाल, कनिष्ठ उपाध्यक्ष विंदेश्वरी द्विवेदी, उप महामंत्री अशोक कुमार, कोषाध्यक्ष हरीश चंद्र पाल, लेखा परीक्षक मारुति नंदन आनंद, कार्यकारणी सदस्य अनिल कुमार मौर्या, अजीत कुमार सिंह, कमलेश कुमार सिंह, मनोज कुमार प्रजापति, संतोष कुमार श्रीवास्तव, शाहनवाज खान, विनोद कुमार श्रीवास्तव, विश्वजीत सिंह, लालचंद समेत अन्य अधिवक्ता उपस्थित थे।