फर्जी दस्तावेज से 50 लाख में बेच दिया दूसरे का मकान, शिफ्ट होने पहुंचे दंपति तो पता चला फर्जीवाड़ा…….
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
लखनऊ। लखनऊ में फर्जी दस्तावेज तैयार कर जालसाजों ने गोमतीनगर में बने एक मकान पर मालिकाना हक जताते हुए 50 लाख रुपये में बेच दिया। खरीदार परिवार के साथ जब मकान में शिफ्ट होने पहुंचे तो पता चला कि वह किसी और का है। इसके बाद पीड़ित ने ठगी करने वाले दंपति समेत पांच के खिलाफ वजीरगंज कोतवाली मेंं मुकदमा दर्ज कराया है।
इंस्पेक्टर वजीरगंज के मुताबिक ऐशबाग नवाबगंज में रहने वाले सुधीर चंद्र मिश्रा के मुताबिक उन्हें मकान खरीदना था। इस बीच उन्हें गोमतीनगर विनम्रखंड स्थित एक मकान के बारे में पता चला। सुधीर चंद्र ने बताया कि छोटा भरवारा में रहने वाली उमरावती कुशवाहा से मुलाकात हुई। उन्होंने मकान पर मालिकाना हक बताया। उमरावती ने अपने पति उमेशए बेटे और दो बेटियों से भी मुलाकात कराई। मकान का सौदा 50 लाख रुपये में तय हुआ। 50 लाख रुपये उनके खाते में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद उमरावती और उनके पति ने मकान की रजिस्ट्री कर दी। वह परिवार के साथ सामान लेकर मकान में शिफ्ट करने पहुंचे तो आस पड़ोस के लोगों ने बताया कि मकान किसी और का है। पड़ताल में इस बात की पुष्टि हो गई। पड़ताल में पता चला कि जाली दस्तावेज तैयार कर उमरावती ने मकान बेचा था। इसके बाद तहरीर देकर सुधीर ने उमरावती उनके पति उमेशए बेटे और दो बेटियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं इस फर्जीवाड़े को लेकर हर कोई हैरान है। लखनऊ में लंबे समय से इस तरह के फर्जीवाड़े किए जा रहे हैं। एक ही मकान और प्लॉट को फर्जीवाड़ा कर दूसरों को बेच दिया जा रहा है। पुलिस और प्रशासन इस फर्जीवाड़े को रोक पाने में नाकाम साबित हो रहे हैं। उधर लोगों की गाढ़ी कमाई का पैसा ठगी में उड़ रहा है।