सरकारी नौकरी से बढ़कर विधायक बनने का ख्वाब, नौकरशाहों को दिख रहा सियासत का मैदान…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
बरेली। सियासत का नशा एक बार चढ़ जाए तो फिर ताउम्र नहीं उतरता। इसके ग्लैमर के आगे बालीवुड भी फेल है। यही कारण है कि सरकारी नौकरी में रहने वाले भी सियासी मैदान में उतरने से नहीं चूक रहे हैं। इनमें से कई विधायक व अन्य नेता बन भी जाते हैं तो कुछ लगातार अपनी किस्मत आजमाने में लगे हुए हैं। चुनाव नजदीक आते ही जिले में फिर एक बार तमाम नेता सक्रिय हो गए हैं।
पशु चिकित्सा अधिकारी की नौकरी छोड़कर वर्ष 2007 में सियासत में आने वाले डा. डीसी वर्मा मौजूदा समय में मीरगंज के विधायक हैं। उन्होंने सियासत की शुरुआत बसपा से की थी लेकिन भाजपा के टिकट पर विधायक बन पाए। बदायूं कलक्ट्रेट में प्रशासनिक अधिकारी की नौकरी छोड़कर आने वाले विजयपाल सिंह फरीदपुर से पांच विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। वह 2007 में विधायक भी बने।