सीबीआइ दफ्तर के बाहर डेढ़ घंटे से बैठी हैं सीएम, मुख्यमंत्री की खुली चुनौती. मुझे भी किया जाए गिरफ्तार, वरना नहीं….
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
राज्य ब्यूरो। नारद स्टिंग मामले में सीबीआइ द्वारा सोमवार सुबह नाटकीय ढंग से वरिष्ठ मंत्री सुब्रत मुखर्जी, मंत्री फिरहाद हकीम, तृणमूल विधायक मदन मित्रा एवं पूर्व मंत्री शोभन चटर्जी को गिरफ्तार किए जाने के बाद सियासत तेज है। अपने नेताओं की गिरफ्तारी से बिफरीं तृणमूल कांग्रेस टीएमसी सुप्रीमो व राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पिछले करीब डेढ़ घंटे से कोलकाता के निजाम पैलेस स्थित सीबीआइ कार्यालय के बाहर मौजूद हैं। ममता के अलावा तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा सांसद और वरिष्ठ वकील कल्याण बनर्जी सहित कई और नेता भी निजाम पैलेस में हैं।
इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीबीआइ को खुली चुनौती देते हुए कहा है कि मुझे भी गिरफ्तार किया जाए। वरना मैं यहां से नहीं निकलूंगी। ममता ने सीबीआइ अधिकारियों के साथ बात भी की है। हालांकि काफी समझाने बुझाने के बावजूद भी ममता वहीं डटी हुई हैं। दरअसल गिरफ्तारी की खबर के बाद ममता सुबह लगभग 10ः48 बजे ही निजाम पैलेस पहुंच गईं। इसके बाद से वह वहीं पर हैं। ममता का आरोप है कि बिना कोई नोटिस दिए उनके नेताओं को अचानक गिरफ्तार कर लिया गया है। यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के इशारे पर हुआ है। उनका यह भी कहना है कि इसी मामले में भाजपा नेता मुकुल राय और सुवेंदु अधिकारी भी आरोपित हैं फिर उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हुई है।
बताते चलें कि इससे पहले साल 2019 में बहुचर्चित शारदा चिटफंड घोटाले के मामले में सीबीआइ की टीम जब कोलकाता के तत्कालीन पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार को गिरफ्तार करने उनके के घर पर पहुंची थींए तब भी ममता ने वहां जाकर बाधा उत्पन्न किया था। सीबीआइ की कार्रवाई के खिलाफ ममता कोलकाता में धरने पर भी बैठ गईं थी। इसको लेकर काफी राजनीति हुई थी। इधर ममता एक बार फिर अपने नेताओं की गिरफ्तारी के खिलाफ मैदान में कूद पड़ी हैं।