चंदौली से सटे यहां गंगा किनारे बसाई जाएगी पहली टेंट सिटी बनेंगे 200 कॉटेज…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
गंगा तट पर स्थित ऐतिहासिक चुनार किला परिसर में पूर्वांचल की पहली टेंट सिटी बसाई जाएगी। यहां लगभग दो सौ टेंट के कॉटेज बनवाने के लिए ढाई बीघा भूमि अधिगृहित की गई है। पर्यटन विभाग के प्रस्ताव को डीएम प्रवीन कुमार लक्षकार ने स्वीकृत करने के साथ ही शासन को पत्र भेजकर बजट मुहैया कराने का अनुरोध किया है। सब कुछ ठीक रहा तो इसी माह मुख्यमंत्री के संभावित जिला भ्रमण के दौरान टेंट सिटी की भी स्वीकृति मिल जाएगी।
चुनार किला जिले का खूबसूरत पर्यटक स्थल है। किले के पास से बहती गंगा इसकी खूबसूरती में चारचांद लगा रही है। किले पर उज्जैन के सम्राट विक्रमादित्य से लेकर शेरशाह सूरी और हुंमायू तक का कब्जा रहा है। शेरशाह सूरी ने एक बार किले का पुर्ननिर्माण भी करा चुके हैं। परिसर में अब पूर्वांचल का पहला टेंट सिटी बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। यहां खाली लगभग ढाई बीघा जमीन पर पर्यटकों को रात गुजारने के लिए दो सौ टेंट के कॉटेज बनवाए जाएंगे।
कॉटेज आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे। किला परिसर में ही पर्यटकों के रहने और भोजन की भी व्यवस्था होगी। जिस स्थान पर कॉटेज बनवाए जा रहे हैंए उस स्थान से अलसुबह पर्यटक गंगा की सुरम्य वादियों का लुत्फ उठा सकते हैं। पर्यटन विभाग के इस प्रस्ताव को नवागत डीएम प्रवीन कुमार लक्षकार ने हरी झंडी दे दी है। उन्होंने सहायक पर्यटन अधिकारी नवीन कुमार से सप्ताह भर के अंदर डीपीआर तैयार कर शासन को भेजने के लिए भी कहा है।
प्रतिवर्ष हजारों विदेशी सैलानी आते हैं चुनार किला देखने
चुनार किला देखने के लिए प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में विदेशी सैलानी आते हैं। इन सैलानियों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने के लिए डीएम प्रवीन कुमार लक्षकार ने नई व्यवस्था की योजना तैयार की है। अभी तक चुनार आने वाले विदेशी सैलानी दिन में घूमने के बाद वाराणसी लौट जाते हैं। प्रशासन का मानना है कि टेंट सिटी बनने के बाद सैलानी चुनार में ही रात गुजारना पसंद करेंगे। उन्हें रहने और भोजन आदि की बेहतर व्यवस्था कराई जाएगी।
आमदनी के साथ स्थानीय को नया रोजगार मिलेगा
चुनार किला परिसर में टेंट सिटी बनवा दिए जाने के बाद इलाके के लोगों की जहां आमदनी बढ़ जाएगी। वहीं स्थानीय लोगों को नये.नये रोजगार भी सुलभ हो जाएगें। विदेशी पर्यटकों को लुभाने के लिए स्थानीय स्तर पर कई होटल और रेस्टोरेंट आदि खोलने में मदद मिलेगी। इसके अलावा चुनार किले के आसपास स्थित अन्य पर्यटक स्थलों का भी विकास होते देर नहीं लगेगा।