शिक्षकों ने अनलाइन हाजिरी का विरोध कर डीएम को सौंपा पत्रक
चंदौली।
परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों को ऑनलाइन अटेंडेंस लगाने की अनिवार्यता लागू हो गई है। नए नियम के विरोध में शिक्षकों ने सोमवार को काली पट्टी बांधकर काम करने का फैसला किया। वही राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ व शिक्षक मोर्चा के नेतृत्व में हजारों की संख्या में शिक्षक जिला मुख्यालय पहुंचकर ऑनलाइन हाजिरी का विरोध करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम को ज्ञापन सौंपा।शिक्षकों ने कहा कि जब तक उनकी समस्याओं का समाधान नही किया जाएगा तब तक हम इस आदेश का पूर्णतः विरोध करते रहेंगे।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष अजय सिंह ने कहा कि प्रदेश नेतृत्व के आह्वाहन पर सभी जनपदों में इस अव्यावहारिक आदेश का विरोध किया गया।कहा कि जब तक हमारी मांगे जैसे अन्य विभागों की भांति आकस्मिक अवकाश की श्रेणी में हाफ डे लीव का विकल्प दिया जाए, शिक्षकों को राज्य कर्मचारियों की भांति 30 ईएल प्रदान किया जाए, अवकाश के दिनों में कार्य करने पर प्रतिकर अवकाश का विकल्प दिया जाए, प्राकृतिक आपदा स्थानीय स्तर पर मौसम की प्रतिकूलता होने पर विभाग द्वारा ऑनलाइन उपस्थिति में शिथिलता प्रदान किया जाए। पंजिकाओं का डिजिटाइजेशन के नेटवर्क के अधीन होता है एक ही समय में अधिक लोड से सर्वर क्रैश होने पर वैकल्पिक व्यवस्था किया जाए, महिला शिक्षकों का फोटो खण्ड शिक्षा अधिकारी को भेजना इसमें संशोधन करने आदि मांगे जब तक पूर्ण नहीं की जाएगी। इसका विरोध अनवरत चलता रहेगा।संयुक्त शिक्षक मोर्चा की संरक्षक डॉ सुनीता तिवारी ने कहा कि महानिदेशक के इस अव्यावहारिक आदेश के खिलाफ जनपद स्तर पर हर संगठन शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशक अब एक हो चुका है।