जिंदगी की जंग हार गया रुस्तम, तीन दिन पहले तालाब किनारे बदमाशों ने मारी थी गोली……
यूपी। जौनपुर जिले के मझौरा गांव निवासी अबुजर उर्फ रुस्तम 42 वर्ष जिंदगी का जंग हार गया। अस्पताल में उसकी मौत हो गई। तीन दिन पहले तालाब किनारे बदमाशों ने रुस्तम को गोली मारी थी। मौत की सूचना के बाद से परिजनों में कोहराम मचा है। रुस्तम के भाई की तहरीर पर तीन नामजद व एक अज्ञात पर केस दर्जकर पुलिस आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश दे रही है। पुरानी रंजिश और जमीन विवाद में घटना की आशंका है।
मझौरा गांव निवासी अबुजर उर्फ रुस्तम 42 वर्ष गांव के बाहर मछली पालन के तालाब से सटे कमरे में सो रहा था। भोर में पांच बजे वह कमरे से निकला तो देखा कि बाहर बल्ब गायब है। इसी दौरान उसे तीन युवक दिखाई पड़े। इनमें दो युवक गांव के थे, जो तीसरे युवक को मेरी तरफ इशारा करके चले गए। दोनों युवकों के जाने के बाद तीसरे ने फायरिंग कर दी।
मेदांता अस्पताल में चल रहा था उपचार
गोली रुस्तम के पेट में दो स्थानों पर लगी। शोर सुनकर ग्रामीण भी आ गए व पीएचसी सोंधी ले आए। प्राथमिक उपचार के बाद अबुजर को जिला अस्पताल ले जाया गया। वहां से वाराणसी और वाराणसी से मेदांता अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया।
जहां उपचार के दौरान सोमवार सुबह रुस्तम की मौत हो गई। रुस्तम ने घटना की साजिश के लिए गांव के एक पूर्व प्रधान को जिम्मेदार ठहराया है। इस मामले में सीओ शाहगंज शुभम तोंदी ने बताया कि तीन नामजद व एक अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज है। मामले की जांच की जा रही है।