Saturday, May 4, 2024
उत्तर-प्रदेश

भगाने का मामला: निलंबित तीन दरोगा समेत आठ पुलिसकर्मी किए गए बर्खास्त, महकमे में मचा हड़कंप

झांसी, लखनऊ पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क।

झांसी में पुलिस कस्टडी से तीन बंदियों के भागने के मामले को गंभीरता से लेते हुए डीआईजी जोगेंद्र कुमार ने निलंबित तीन दरोगा, चार मुख्य आरक्षी समेत एक आरक्षी को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया। एक साथ आठ पुलिस वालों की बर्खास्तगी से महकमे में हड़कंप है। डीआईजी ने प्रतिसार निरीक्षक को भी चेताते हुए आगे से ऐसी नौबत न आने का अल्टीमेटम दिया है।

19 सितंबर को रेलवे न्यायालय के बाहर वैन से तीन बंदी पुलिस बल को चकमा देकर फरार हो गए। एसएसपी राजेश एस ने सुरक्षा ड्यूटी में तैनात दरोगा सुरेश सिंह यादव, राजेंद्र अनुरागी, पंकज सिंह समेत मुख्य आरक्षी शिवपाल सिंह, सुनील कुमार, संदीप कुमार, जितेंद्र कुमार एवं आरक्षी अनिल कुमार की लापरवाही मानते हुए सभी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इन सबके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू हो गई। इनके खिलाफ जीआरपी में धारा 222 एवं 223 के तहत एफआईआर भी दर्ज कराई गई।

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एफआईआर दर्ज होते ही इन पुलिसकर्मियों पर बर्खास्तगी की तलवार लटकने लगी थी। शुक्रवार को डीआईजी जोगेंद्र कुमार ने आरोपी पुलिसकर्मियों के कार्य में लापरवाही की पुष्टि होने पर उनको बर्खास्त कर दिया। डीआईजी की कराई जांच में भी यह बात साफ हुई कि बंदियों को वाहन में बैठाने के बाद कोई पुलिसकर्मी वाहन के पास नहीं था। इसी का फायदा उठाकर बंदी भाग निकले। डीआईजी ने प्रतिसार निरीक्षक को चेतावनी देते हुए आगे से ऐसी घटना पर रोक लगाने के लिए पुलिस लाइन से जाने वाले बंदी कमान की रोजाना ब्रीफिंग कराने के भी निर्देश दिए हैं।

डीआईजी जोगेंद्र कुमार सुरक्षा में तैनात किए गए पुलिसकर्मियों की लापरवाही गंभीर हैं। दूसरे पुलिसकर्मियों पर भी इसका असर पड़ सकता है। भविष्य में इस तरह की लापरवाही न हो इस वजह से इन सभी को दंड एवं अपील नियमावली के आधार पर बर्खास्त कर दिया गया।

 

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