तीन हफ्ते से विदेश मंत्री लापता, जानें गैंग की गर्लफ्रेंड फू जियाओटियन के साथ अफेयर की चर्चा क्यों……
चीन के विदेश मंत्री किन गैंग पिछले कई दिनों से लापता हैं। उनकी आखिरी सार्वजनिक उपस्थिति 25 जून को दर्ज की गई थी। चीन के विदेश मंत्रालय ने अब पुष्टि की है कि मंत्री किन 24.25 जुलाई को दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स वार्ता में शामिल नहीं होंगे।
चीन के विदेश मंत्री किन गैंग पिछले कई दिनों से लापता हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार 57 वर्षीय राजनयिक को तीन सप्ताह से सार्वजनिक तौर पर नहीं देखा गया है। इसके चलते चीन में अब अटकलों का दौर तेज हो गया है। इस घटनाक्रम के बाद उनकी गर्लफ्रेंड फू जियाओटियन की चर्चा भी शुरू हो गई है।
चीन के विदेश मंत्री किन गैंग पिछले कई दिनों से लापता हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार 57 वर्षीय राजनयिक को तीन सप्ताह से सार्वजनिक तौर पर नहीं देखा गया है। इसके चलते चीन में अब अटकलों का दौर तेज हो गया है। इस घटनाक्रम के बाद उनकी गर्लफ्रेंड फू जियाओटियन की चर्चा भी शुरू हो गई है।
अचानक सार्वजनिक मंचों से चीन के विदेश मंत्री किन गैंग की अनुपस्थिति दुनियाभर में चर्चा का विषय बन चुकी है। उनकी आखिरी सार्वजनिक उपस्थिति 25 जून को उनके श्रीलंकाई समकक्ष के साथ एक बैठक में दर्ज की गई थी। किसी विदेश मंत्री के लिए सार्वजनिक रूप से नजर न आना अपने आप में एक सवाल है।
इस बीच अफवाहें फैलने लगी हैं कि अपने आक्रामक दृष्टिकोण के लिए मशहूर किन गैंग दिसंबर में पद संभालने के बाद से ही कम्युनिस्ट सरकार के नेतृत्व से नाराज चल रहे थे। अभी तक चीनी सरकार ने भी उनके बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। जब पिछले सप्ताह वह जकार्ता में दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन की बैठक में नहीं आए तो मंत्रालय ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया। चीन के विदेश मंत्रालय ने अब पुष्टि की है कि मंत्री अब एक और प्रमुख सम्मेलन में भाग नहीं लेंगे। किन 24.25 जुलाई को दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स वार्ता में शामिल नहीं होंगे।
किन 2021 में अमेरिका में चीन के राजदूत बने थे। एक संक्षिप्त कार्यकाल के बाद पिछले दिसंबर में उन्हें विदेश मंत्री के रूप में पदोन्नत किया गया था। किन पेशेवर राजनयिक हैं और उन्हें चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का भरोसेमंद सहयोगी माना जाता है। विदेश मंत्री के रूप में किन ने अमेरिका के ऊपर छोड़े गए एक संदिग्ध चीनी जासूसी गुब्बारे के मुद्दे पर वाशिंगटन को कड़ी फटकार लगाई थी। किन अमेरिका से पहले यूके के राजदूत भी रह चुके हैं।