बेटी के प्रेम प्रसंग से परेशान थे माता.पिता, योजना बनाकर गांव लौटे और कर दी हत्या…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
सीतापुर। सहोली के पास 17 जून की सुबह यूकेलिप्टिस की बाग में युवती का निर्वस्त्र अवस्था में शव मिलने के मामले का पुलिस ने राजफाश कर दिया है। प्रेम प्रसंग से तंग आकर उसके माता.पिता ने ही हत्या की थी। उसके शरीर पर बांका जैसे हथियार के निशान मिले थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर वारदात में प्रयुक्त बांका बरामद कर लिया है।
एएसपी एनपी सिंह ने बताया कि संदना के पाकर नारायणपुर निवासी पंकज, पत्नी नीतू, बेटी आशनी व दो छोटे बच्चों के साथ दिल्ली के पंजाबी बाग में किराए से रहता था। पंजाबी बाग में ही हरदोई के अतरौली निवासी सर्वेश रहता था।
आशनी व सर्वेश के बीच काफी समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसकी भनक लगने पर पंकज व नीतू ने कई बार आशनी को समझाया, लेकिन वह मान नहीं रही थी। इससे परेशान होकर पंकज व नीतू परिवार के साथ 12 जून को पाकर नारायणपुर आए थे।
16 जून को पंकज ने अपने चाचा राम अवतार की बाइक मांगी और कहा कि वह ससुराल जाना चाहता है। चाचा की बाइक पर पत्नीए बेटी व दोनों छोटे बच्चों के साथ वह ससुराल बगुरवा जाने की बात कहकर देर शाम रवाना हुआ।
रास्ते में सहोली के पास यूकेलिप्टिस की बाग में उसने बाइक रोकी और आशनी का दुपट्टे से गला कस दिया। इसके बाद बांका से गले व चेहरे पर कई वार किए। शव की पहचान न होए इसके लिए दोनों ने मिलकर उसके कपड़े उतार लिए। कपड़ों को उसने ससुराल में ले जाकर जला दिया। आरोपी की निशानदेही पर बांका बरामद कर लिया गया।
बाइक बनी आरोपियों तक पहुंचने का जरिया
एएसपी ने बताया कि पाकर नरायनपुर से सूचना मिली कि राम अवतार की बाइक गायब है। पता चला कि उनके यहां बाहर से कोई व्यक्ति आया था। साथ में एक युवती भी थी। यह अहम सुराग साबित हुआ। राम अवतार से जानकारी लेकर सर्विलांस टीम को सक्रिय कर दिया गया। पंकज को थाने बुलाया गयाए पूछताछ में उसने पूरा राज उगल दिया।
घटना के समय साथ थे दो बच्चे
एएसपी ने बताया कि पंकज व नीतू ने बेटी के हत्या के समय साथ में मौजूद दो छोटे बच्चों को पास में ही बैठा दिया था। एक बच्चा दो वर्ष व दूसरा तीन वर्ष का है। एएसपी ने बताया कि एसपी घुले सुशील चंद्रभान ने घटना के सफल व शीघ्र अनावरण के लिए पुलिस टीम को 25 हजार रुपये पुरस्कार की घोषणा की है।
पुलिस व स्वाट टीम में यह रहे शामिल
टीम में थानाध्यक्ष ओपी तिवारी, एसआइ सुधीर कुमार सिंह, दीनानाथ, रजनीश कुमार, रमेश चंद्र यादव, आरक्षी परशुराम, अर्पित तिवारी, सुभान अली, स्वाट टीम निरीक्षक सतेंद्र विक्रम, हेड कांस्टेबल शिवशंकर, राजू सरोज, प्रशांत शेखर, सुमित राघव, दानवीर, अमित कुमार, भूपेंद्र चौधरी, डाली रानी शामिल रहे।