छात्रों ने उठाया गोटीपुआ नृत्य का आनंद, विजय साहू ने कहा कला जीवन को पूर्ण बनाती है…….
मऊ। कहा जाता है जब भगवान शिव प्रसन्न होते हैं तब नृत्य करते है और सम्पूर्ण जगत आनंदमय हो जाता है। कुछ ऐसा ही हुआ जब सनबीम स्कूल मऊ में आयोजित स्पीक मैके के तत्वावधान में ओडिसी परिवार के नृत्य विधा गोटी पुआ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विभिन्न वाद्य यंत्रों के मधुर धुन से हुआ।
इस परंपरागत लोक नृत्य के माध्यम से ओड़िशा की संस्कृति और सभ्यता से सभी विद्यार्थियों को रूबरू कराया गया। नृत्य की अनेक विधाओं का यहां मंचन किया गया। इस नृत्य में नवयुवक महिलाओं के परिधान में भगवान जगन्नाथ और श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने के लिए नृत्य करते देखे गए। बाल कलाकारों ने अत्यंत मनमोहक नृत्य प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। इस नृत्य के माध्यम से कलाकारों ने कभी नारायण रूप तो कभी कृष्ण रूप का आकार प्रस्तुत किया। संयोजक विजय कुमार साहू ने गोटीपुआ नृत्य के बारे में विस्तार से बताया। इस नृत्य की रूपरेखा ओडिसी नृत्य के समानांतर माना जाता है। इसमें नृत्य करने वाला व्यक्ति स्वयं गीत भी गाता है। ओडिसी नृत्य से ही प्रेरित होकर इस नृत्य का आविष्कार किया गया था।
इस अवसर पर छात्रों द्वारा विभिन्न सवाल पूछे गए जिसका जवाब नृत्य संयोजक द्वारा दिया गया। विद्यालय के निदेशकगण विजय अग्रवाल व कीर्ति अग्रवाल, राकेश गर्ग, शशि अग्रवाल, कृष्ण कुमार अग्रवाल व ऋतु अग्रवाल तथा आशीष अग्रवाल शिल्पी अग्रवाल ने भी आज के मंचन का आनंद लिया।
निदेशक राकेश गर्ग ने बताया कि सनबीम स्कूल प्रत्येक वर्ष भारत की संस्कृति से जुड़े किसी न किसी नृत्य कला को स्कूल में आयोजित करते है जिससे कि छात्रों उन्हे करीब से जानकर अपना ज्ञानवर्धन करे और उसके प्रति आदर भाव रखे। उन्होंने ने कहा स्पीकमैके के द्वारा यह कार्यक्रम कराए जाने का मुख्य उद्देश्य हमारी युवा पीढ़ी को सांस्कृतिक धरोहर की मुख्य धारा से जोड़ना और उससे संबंधित जानकारी प्रदान करवाना था। आज की युवा पीढ़ी जो पूरी तरह आधुनिक युग के तौर.तरीकों में रंगे हुए हैं उनके लिए यह कार्यक्रम समभाव की भावना के महत्व को स्थापित करता है। इससे उन्हें अपनी सभ्यता और संस्कृति को समझने और उसे आगे बढ़ाने का एक सफल प्रयास करने के लिए प्रेरित करता है। बच्चों ने बहुत ही आनंद और उत्साह के साथ कार्यक्रम को देखा। संयोजक विजय साहू ने छात्रों को गोटीपुआ नृत्य की बारीकियों को स्टेज पर सिखाया जिसको बच्चों ने आनंदपूर्वक सीखा। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य मिनहाज़ अली हैदर खान ने सभी कलाकारों प्रशंसा व आभार प्रकट किया।