कोलकाता से वाराणसी एम वी राजमहल क्रूज आने को तैयार, भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण ने जारी की सूचना…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
वाराणसी। राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या एक में कोलकाता से वाराणसी अब दोबारा पर्यटकों को रोचक अनुभव देने के लिए तैयार है। गंगा में इन दिनों व्यापक स्तर पर बाढ़ की वजह से क्रूज संचालन सहज हो गया है। इस बाबत सरकार की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद गंगा में क्रूज से यात्रा की प्रक्रिया को दोबारा शुरू कर दिया गया है। गुरुवार की सुबह भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण, बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से सूचना जारी कर बताया गया है कि जलमार्ग के जरिए भारत को जोड़ने के क्रम में एम वी राजमहल को जल्द ही यात्रा के लिए कोलकाता से रवाना किया जाएगा।
राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या एक में जलमार्ग के जरिए भारत को जोड़ने के प्रयासों के क्रम में भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण ने गुरुवार को सूचना जारी की है कि क्रूज पोत . एम वी राजमहल कोलकाता से वाराणसी के लिए लंबे समय के बाद रवाना होने वाला पहला क्रूज है। इस बाबत बताया गया कि फरक्का साहिबगंज कहलगांव और पटना के लिए इसका रूट तय किया गया है। पटना के बाद यह गाजीपुर जिले से होकर वाराणसी रामनगर में बने बंदरगाह पर लंगर डालेगा। इसका रूट तय होने के बाद उम्मीद है कि जल्द ही इसे पर्यटकों के साथ रवाना कर दिया जाए। भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण ने बताया है कि कोविड संक्रमण के बाद यह क्रूज राष्ट्रीय जलमार्ग क्रमांक एक पर कोलकाता.वाराणसी खंड पर रवाना होने वाला पहला क्रूज है।
पूर्व में भी इस रूट पर क्रूज का संचालन रामनगर बंदरगाह के शुरू होने के बाद से चल रहा है। हर साल क्रूज बाढ़ के समय सैलानियों को कोलकाता से लेकर काशी तक आता रहा है। मगर कोरोना के कारण तो कभी पानी कम होने के कारण इसके संचालन में बाधा आती रही है। इस बार क्रूज कोरोना संक्रमण के बाद वाराणसी का रूख करने जा रहा है। फिलहाल बाढ़ की वजह से पीपा पुल हटे होने की वजह से इसका संचालन बेहतर हो सकेगा। पीपा पुल बनने के बाद इसके संचालन में बाधा आने लगती है।