सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में यूपी के हथियार तस्करों की भूमिका तलाश रही एनआइए, यहां से एक को उठाया…….
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
लखनऊ। पंजाब में प्रख्यात गायक तथा कांग्रेस के नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या के 37 दिन बाद भी मामले की पड़ताल जारी है। इस मामले में नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी एनआइए की जांच ने काफी गति पकड़ ली है। जांच एजेंसी इस हत्याकांड में उत्तराखंड, दिल्ली तथा पंजाब के साथ उत्तर प्रदेश के कनेक्शन को भी खंगालने में लगी है। एनआइए की टीम सिद्धू मूसेवाला हत्या में प्रत्युक्त हथियारों की तलाश के लिए उत्तर प्रदेश के असलहा तस्करों की खोज में लगी है। बुलंदशहर में एनआइए की टीम ने छापा मारकर नदीम नाम के शख्स को उठाया है। टीम नदीम को अपने साथ लेकर गई है।
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में उत्तर प्रदेश के हथियार तस्करों की भूमिका भी सामने आ रही है। बुलंदशहर के खुर्जा में एनआइए की टीम ने शनिवार को दो जगह पर पड़ताल की। एनआइए की टीम शनिवार दोपहर खुर्जा पहुंची। एनआईए शनिवार दोपहर करीब ढाई बजे खुर्जा के मोहल्ला चौहट्टा में कुर्बान अंसारी के बेटे नदीम के घर पहुंची। एनआईए ने घर की तलाशी ली। नदीम से पूछताछ की। फिर अपने साथ ले गई। आधा घंटे तक उससे पूछताछ के बाद टीम ने खुर्जा में दूसरी जगह भी दबिश दी। पूछताछ के बाद टीम नदीम नाम के युवक को अपने साथ ले गई। एनआइए ने कुर्बान अली के बेटे नदीम को हिरासत में लिया है। लारेंस बिश्नोई ने शुरुआती पूछताछ में कुर्बान अंसारी तथा इमरान गैंग का नाम लिया था और बताया था कि एके.47 राइफल बुलंदशहर के खुर्जा से आठ लाख रुपए में खरीदी गई थी। सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद एके.47 को गाजियाबाद में छिपाकर रखा गया था। हथियार तस्करों में मुख्य रूप से अभी तक कुर्बान अंसारी और इमरान का नाम सामने आया है।