Tuesday, May 7, 2024
आगराउत्तर-प्रदेश

यहां बसती है घड़ियालों की दुनिया, इस बार जून तक चलेगी हैचिंग, बढ़ेगा चंबल में इनका कुनबा……

पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क

आगरा। चंबल नदी किनारे चल रहे घड़ियालों की हैचिंग जून मध्य तक पूरी होने की संभावना है। बाह क्षेत्र में अब तक केवल एक ही दिन हैचिंग हुई थी। अब दूसरा चरण 12 जून के आसपास होने की उम्मीद है।

मादा घड़ियालों ने इस साल 140 जगह अंडे दिए हैं। मई अंत हैचिंग शुरू हुई। पहले दिन गोहरा घाट पर आठ नेस्ट घोंसलों से 300 शिशु निकले। घड़ियालों की हैचिंग दो हफ्ते तक चलेगी। हैचिंग शुरू होने के बाद वन विभाग ने सभी नेस्टों से जाली हटा दी है।

वन विभाग की टीमें हर घोंसले पर नजर रखे है। हर नेस्ट पर जीपीएस से नजर रखी जा रही थी। वर्ष 2019 में चंबल नदी के 435 किमी दायरे में की गई गिनती में 1876 घड़ियाल पाए गए थे। 2020 में घड़ियालों की संख्या 1859 रह गई थी लेकिन 2021 में चंबल में एक साल में 317 घड़ियाल बढ़े थे। जिससे संख्या 2176 हो गई थी।जीव.जंतु विशेषज्ञ सत्येंद्र शर्मा ने बताया कि सामान्यतः 50 से 70 दिन में बच्चे अंडे में से निकलते हैं।किस मादा ने किस समय पर अंडे दिए हैं। उसके अनुसार ही बच्चों के अंडों में से बाहर निकलने का समय तय होता है।

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