तीन मंजिल से ऊंची 300 इमारतें बनी अमन, चैन के लिए खतरा, उपद्रव में यहीं से हुआ था पथराव…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
कानपुर। नई सड़क और इसके आसपास के क्षेत्रों में बन रहीं अवैध बहुमंजिला इमारतें सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बनी हैं। शुक्रवार को हुए उपद्रव के बाद इन क्षेत्रों की बहुमंजिला इमारतों को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। क्योंकि उपद्रव के दौरान इन इमारतों से पथराव हुआ।
चंद्रेश्वर हाता वालों का आरोप तो यहां तक है कि कई इमारतों से गोलियां चलीं और बम भी फेंके गए। आशंका जताई जा रही है कि एक साजिश के तहत इन क्षेत्रों के मुख्य मार्गों व इनसे सटे मोहल्लों में बहुमंजिला इमारतें खड़ी की गईं। ताकि उपद्रव के दौरान पुलिस को रोका जा सके। अधिकतर इमारतें बिना नक्शा खड़ा करने की बात सामने आई है। जिससे पुलिस चौकन्नी हो गई है। संयुक्त पुलिस आयुक्त ने कानपुर विकास प्राधिकरण ;केडीए को एक रिपोर्ट भेजी है। जिसमें जांच करके कार्रवाई करने को कहा गया है।
गुरुवार को उपद्रवियों की भीड़ जुटी और आगे बढ़ी तो सद्भावना चौकी के पुलिस बल ने भीड़ को रोकने की कोशिश की। भीड़ को दौड़ाया तो ऊंची इमारतों की छतों से पथराव होने लगा। मजबूरन फोर्स को पीछे हटना पड़ा। इस भीड़ को रोकने के लिए चंद्रेश्वर हाता के लोग सामने आए। हाता में अधिकतर मकान दोमंजिला हैं और इनके पीछे छह से सात मंजिला इमारतें खड़ी हैं।
ऐसे में इन इमारतों से हाता के अंदर पथराव शुरू हो गया। इस पथराव में कई लोग घायल हुए हैं। दरअसल ऊंची इमारतों से आ रहे पत्थर गोली का काम करते हैं। नीचे से इनका मुकाबला भी आसान नहीं होता। उपद्रव की शुरुआती जांच में पुलिस अधिकारी भी मान रहे हैं कि ये इमारतें कानून.व्यवस्था के लिए खतरा हैं।