चकिया के इस गांव के युवक ने यूपीपीएससी परीक्षा उर्त्तीण कर क्षेत्र सहित जनपद का नाम किया रोशन, खुशी की लहर, बधाईयां देने वालों की लगी भीड़…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
रिपोर्ट-राम आशीष भारती
चकिया, चंदौली। स्थानीय विकास खंड अंतर्गत रघुनाथपुर गांव निवासी रोहित कुमार सिंह पुत्र मुन्ना सिंह ने यूपीपीएससी एग्रीकल्चर परीक्षा पास कर क्षेत्र सहित जनपद का नाम रोशन किया है। परीक्षा पास करते ही रोहित के गांव में खुशी की लहर दौड़ गई। उनके घर पर गांव सहित आसपास के लोग पहुंचकर बधाइयां देने लगे तो कुछ लोग मिठाई खिलाकर उनके माता पिता के गले मिले। हालांकि रोहित अभी दिल्ली में हैं। उनके यहां भी फोन की घंटियां बधाइयां देने के लिए पूरे दिन रात घनघना रही है। रोहित के पिता मुन्ना सिंह एक सामान्य किसान हैं वहीं माता प्रमिला देवी कुशल गृहणी हैं।
बतादें कि मंगलवार को यूपीपीएससी एग्रीकल्चर द्वारा फाइनल रिजल्ट घोषित किया गया। जिसमें स्थानीय विकास खंड के रघुनाथपुर गांव निवासी रोहित कुमार सिंह पुत्र मुन्ना सिंह ने भी परीक्षा उत्तीर्ण किया है। इस बात का खबर चलते ही माता, पिता, नाते, रिश्तेदार, दोस्त, यार में खुशी की लहर छा गई। गांव के आसपास के लोगों ने रोहित के घर पहुंचकर उनके माता पिता को मिठाई खिलाते हुए गले मिला तो वहीं दूसरी ओर दिल्ली में रोहित के दोस्त व मित्रों ने भी उन्हें मिठाई खिलाकर गले मिलते हुए बधाइयां दिया। रोहित यूपीपीएससी एग्रीकल्चर परीक्षा पास कर क्षेत्र ही नहीं बल्कि पूरे जनपद का नाम रोशन किया है। आपको बता दें कि रोहित के पिता सामान्य किसान हैं व माता एक कुशल गृहणी हैं। रोहित बचपन से ही पढ़ने लिखने में तेजतर्रार व होनहार युवा था।
रोहित कुमार सिंह की शुरुआती शिक्षा दीक्षा अपने स्थानीय गृह विधानसभा से हुई है। रोहित कक्षा 10 कक्षा 12 की शिक्षा चकिया आदित्य नारायण राजकीय इंटर कॉलेज से किये है। चकिया से इंटरमीडिएट परीक्षा पास करते हुए रोहित काशी हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी से ग्रेजुएशन कियें। इसके बाद वह हाई एजुकेशन के लिए दिल्ली के लिए कुंच कर दिए। अब रोहित दिल्ली से पीएचडी की पढ़ाई पढ़ते हुए यूपीपीएससी परीक्षा पास कर लिए हैं। रोहित कुमार सिंह ने बताया कि यूपीपीएससी एग्रीकल्चर परीक्षा परिणाम अभी आया है जिसमें मैं परीक्षा पास किया हूं। कुछ दिन बाद ही पोस्ट पर चयन कर विभाग द्वारा ड्यूटी के लिए भेजा जाएगा।
रोहित के माता पिता के साथ साथ रोहित को पढ़ाई करने के लिए गांव के ही समाजसेवी राम सिंहासन सिंह बराबर प्रेरित करते रहते थे। राम सिंहासन सिंह ने बताया कि रोहित को मेरे द्वारा पढ़ाई करने के लिए पूरी तरह छूट दी गई थी। वही किसी चीज की कमी पढ़ाई के दौरान न हो इसके लिए मेरा पूरा सपोर्ट शुरू से ही रोहित के प्रति रहा है। रोहित एक होनहार व तेजतर्रार युवा है। रोहित ने भी बताया कि मेरे माता पिता के बाद गार्जियन स्वरूप राम सिंहासन सिंह का ही देन है कि मैं आज यहां तक पहुंच कर हाई एजुकेशन की शिक्षा प्राप्त करते हुए यूपीपीएससी एग्रीकल्चर का परीक्षा पास किया हूं।