ढाई साल का सरफराज हो गया अगवा, दर्द भी बयां नहीं कर पा रहे बेजुबान मां पिता……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
कानपुर। एक तो ईश्वर ने जन्म से बोलने की क्षमता छीन ली ऊपर से उनके कलेजे के टुकड़े को मोहल्ले का एक युवक अगवा कर ले गया। बेजुबान दंपती अपना दर्द भी किसी से बयां नहीं कर पा रहे हैं। रिश्तेदार ने किसी तरह इशारों के माध्यम से उनका दर्द समझा और उनकी ओर से तहरीर लेकर रिपोर्ट दर्ज कराई है।
कलक्टरगंज सीपीसी कालोनी में रहने वाले शमशाद और उनकी पत्नी आरती उर्फ शहनाज जन्म से ही बोलने में असमर्थ हैं। पांच साल पहले दोनों ने शादी की थी जिससे ढाई साल का मासूम सरफराज है। शमशाद बक्से और बखारी बनाने का काम करते हैं। शमशाद की मां शहनाज ने बताया कि 11 मई की शाम उनकी बहू आरती घर में कपड़े धो रही थी जबकि बच्चा सरफराज खेल रहा था। तभी मोहल्ले में रहने वाला मनसुखा नाम का युवक उसके यहां आया और उसे बिस्कुट खिलाने लगा।
मोहल्ले में रहने के कारण वह उसे अच्छी तरह से जानती थी। इस दौरान वह उसे खिलाते हुए बाहर ले गया और उसे अगवा कर लिया। काफी देर बाद भी उसके न लौटने पर बच्चे की पूरे मोहल्ले में खोजबीन की लेकिन उसका कहीं भी पता नहीं चला। आरती ने रोते हुए इशारों में मोहल्ले के लोगों को जानकारी दी तो शुक्लागंज में रहने वाली उसकी भाभी शालू ने कलक्टरगंज पुलिस को जानकारी देकर अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई।