Monday, April 29, 2024
उत्तर-प्रदेशलखनऊ

नौ शिक्षकों पर गिरी गाज, चार साल से बिना ड्यूटी के ले रहे थे वेतन, बीएसए ने किया बर्खास्त……

पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क

यूपी के अमरोहा में बगैर ड्यूटी वेतन ले रहे एक मामले के खुलासे के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने अनुशासनहीनता के आरोप में नौ शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया है। दरअसल, चार साल से बिना ड्यूटी वेतन लेने की आरोपी शिक्षिका के मामले का खुलासा हुआ तो डीएम ने बीएसए के खिलाफ जांच के आदेश दिए। इस पर बीएसए ने भी एबीएसए, प्रधानाध्यापिका, आरोपी शिक्षिका के खिलाफ जांच के आदेश जारी कर दिए। साथ ही लंबे समय से स्कूल न पहुंचने वाले नौ शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया। बीएसए चंद्रशेखर ने प्रधानाध्यापिका को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही आरोपी शिक्षिका मीनाक्षी के वेतन आहरण पर अग्रिम आदेशों तक रोक लगा दी है।

गौरतलब है कि यूपी सरकार अधिकारियों.कर्मचारियों को तैनाती स्थल पर ही रात में रुकने का फरमान सुनाया है। सरकार ने दो टूक कह दिया है कि यदि तैनाती स्थल पर सरकारी आवास नहीं है तो किराए पर मकान ले कर रहें। तैनाती स्थल से घर भागने की फिराक में रहने वाले अधिकारी.कर्मचारी रोजाना स्कूल.दफ्तर में अनुपस्थित रहते हैं। मामले का खुलासा हुआ जब जोया ब्लाक के केशोपुर प्राथमिक विद्यालय में तैनात प्रधान अध्यापिका फाजिला नुजहत 31 मार्च को सेवानिवृत्त हो गई थीं। उन्हें कार्यभार सहायक अध्यापिका मीनाक्षी को सौपना थाए लेकिन मीनाक्षी के लगातार स्कूल से गैरहाजिर रहने की वजह से वह कार्यभार नहीं सौंप पा रही थीं।

आरोप है कि मीनाक्षी का पति लखनऊ में जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का अपने आप को गनर बता सबको हडकाता रहा है। जिस वजह से मीनाक्षी पिछले चार साल से कभी.कभार ही स्कूल आई है हालांकि वह लगातार लखनऊ में रहकर वेतन ले रही है। उनके सेवानिवृत्त होने के बाद भी मीनाक्षी विद्यालय का चार्ज लेने नहीं आ रही है। जिससे कार्यभार से मुक्त हो सकें। सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापिका की शिकायत मीडिया में उछलने के बाद बीएसए चंद्रशेखर हरकत में आ गए। उन्होंने सहायक अध्यापिका मीनाक्षी को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया है। साथ ही चार साल में अबतक तैनात रहे संबंधित बीईओ भी जवाब मांगा है।

 

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