रजिस्ट्री कार्यालय, आरटीओ के बाद खुफिया रडार पर दूसरे विभागों का भी भ्रष्टाचार…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
गोरखपुर। निबंधन रजिस्ट्री एवं संभागीय परिवहन कार्यालय आरटीओ में बिचौलियों के माध्यम से वसूली का खेल उजागर होने के बाद गोपनीय जांच यहीं रुकने वाली नहीं है। दूसरे विभागों पर भी प्रशासन व पुलिस की खुफिया टीमों के माध्यम से नजर रखी जाएगी। जिलाधिकारी विजय किरन आनंद स्वयं इसकी निगरानी करेंगे। ऐसे विभागों पर खास नजर रहेगी। जहां बड़ी संख्या में आम लोगों का रोज आना.जाना होता है। यहां कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों की बिचौलियों से मिलीभगत की गोपनीय तरीके से जांच की जाएगी। भ्रष्टाचार का मामला मिलते ही उनपर सख्ती कार्रवाई होगी।
यहां भी बिना रिश्वत दिए नहीं होता है कोई काम
राजस्व से जुड़े कार्यों के लिए तहसीलों में भ्रष्टाचार की शिकायतें आम हैं। आय, जाति, निवास जैसे प्रमाण पत्र बनवाने हों तो भी वसूली की बातें सामने आती हैं। लेखपालों ने अपने काम के लिए अनधिकृत तौर पर मुंशी तैनात किए हैं। सर्वे से लेकर कई तरह के कार्य इन्हीं के जरिए कराने की बात सामने आती है। नामांतरण आदि को को प्रभावित करने की बातें चर्चा में रहती हैं। इसी तरह बेसिक शिक्षा विभाग, माध्यमिक शिक्षा, जिलापूर्ति, समाज कल्याण में भी बिचौलियों की सक्रियता की चर्चा आम है।