पाकिस्तान से हिंदुस्तान आएगी मुन्नी, मानव तस्कर गिरोह ने इतने साल पहले अपनों से कर दिया था दूर……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
मुरादाबाद। पाकिस्तान में रह रही बहन हिंदुस्तान आ जाए इसके लिए भाई अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं। मुन्नी के भाई सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष व प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य के साथ जाकर सम्भल जिलाधिकारी से मिले और बहन का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने की गुहार लगाई। जिलाधिकारी से मिले आश्वासन के बाद जन्म प्रमाण पत्र बनने की उम्मीद जगी है।
40 साल पहले अपनों से पिछड़ी सम्भल के सरायतरीन की मुन्नी को अपनों से मिलाने की कवायद शुरू हो चुकी है। वह पाकिस्तान के कराची में परिवार संग रह रही है। मुन्नी को मायके वालों से मिलवाने के लिए उनके पति ने प्रयास शुरू किए हैं। मुन्नी के पति ने पाकिस्तान में पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन किया है तो भाइयों ने मुन्नी का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए अधिकारियों के यहां भागदौड़ शुरू कर दी है। वे एसडीएम कार्यालय पहुंचे तो डीएम से संपर्क करने को कहा गया। मुन्नी के भाई अकरम सैफी, बहार आलम सैफी सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष व प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य फिरोज खां के साथ अपर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने जिलाधिकारी संजीव रंजन से मुलाकात की। 40 साल पहले पिछड़ी बहन की पूरी दास्तां बताई। अकरम ने जिलाधिकारी को बताया कि इंटरनेट मीडिया में वायरल वीडियो में मुन्नी ने माता.पिता, बहन, भाइयों और घर का पता बताया। इससे उसकी पहचान हुई। बड़े भाई ने उनकी पहचान की। मुन्नी वर्ष 1981 में गायब हो गई थी। अब उसके पाकिस्तान के कराची में होने की खबर मिली है। भाइयों को यह भी पता चला कि मुन्नी को मौसा ने दिल्ली में बेचा था और वहां से मानव तस्कर गिरोह के हत्थे चढ़ने के बाद मुन्नी पाकिस्तान पहुंच गई। वहां मुन्नी का नाम बुशरा रखा गया। जहां वह बच्चों के साथ रह रही है। अब मुन्नी और उसके भाइयों के साथ ही परिवार के सदस्य मिलने के लिए बेकरार हैं। पति शहज़ाद हैदर पत्नी का पासपोर्ट बनवाने के लिए पाकिस्तान के कार्यालय में आवेदन कर चुके हैं। वहां के अधिकारियों ने पहले जन्म प्रमाण पत्र मांगा है। मुन्नी ने इसकी जानकारी भाइयों को दी। इस पर भाइयों ने स्थानीय अधिकारियों से मिलकर जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया है।