कोरोना काल में नदी में बहाए जा रहे शव, कुत्तों का बन रहे निवाला, जानिये शवों को नदी में बहाने की वजह…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
बरेली। कोविड संक्रमण में मृतकों की संख्या बढ़ने के बाद नदी में शवों को बहाने पर लोग मजबूर होने लगे हैं। ऐसी ही सूचना पर गुरुवार सुबह तकरीबन छह बजे फतेहगंज पूर्वी थाने की पुलिस रामगंगा नदी किनारे पहुंची। नदी में दो लाशें उतराती हुई मिलींं। उन्हें कुत्ते नोच रहे थे।पुलिस ने किसी तरह कुत्तों को भगाकर शवों को बाहर निकलवाया।लाशों की शिनाख्त मुश्किल थी। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण और डीएम नितीश कुमार से चर्चा होने के बाद पुलिस ने शवों को दफन करवाया है।
बुधवार को फतेहगंज पूर्वी से गुजरने वाली रामगंगा नदी किनारे बसे गांवों में लाशें दिखने की चर्चा थी। कहा गया कि लोगों को शव जलाने के लिए लकड़ी नहीं मिली। जिसकी वजह से उन्हें नदी में शव बहाने पड़े। गांव के लोग नदी किनारे तक इकट्ठा भी हुए। लेकिन कोई स्पष्ट पुष्टी नहीं हो सकी। इसके बाद गुरुवार सुबह छह बजे फतेहगंज पूर्वी थाने की पुलिस ने नदी किनारे पहुंचकर छानबीन शुरू की। नदी में दो शव दिखने के बाद उन्हें बाहर निकलवाया गया।
कोविड प्रोटोकॉल के तहत इन शवों को दफनाया गया है।प्रभारी निरीक्षक विजय कुमार ने बताया कि सूचना मिलने के बाद नदी किनारे पहुंचे थे। वहां शव दिखने के बाद निकलवाया गया। शव की शिनाख्त मुश्किल था। कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए उन्हें दफना दिया गया है। पूरे मामले की वीडियोग्राफी हुई है।