पर्दे की आड़ से औरतें भी तरावीह में हो सकती हैं शामिल, हेल्पलाइन नंबर पर दी जानकारियां….
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
कानपुर। रमजान में रोजा व नमाज से संबंधित मसलों के जवाब देने के लिए शुरू की गई कुल हिंद इस्लामिक इल्मी अकादमी की अल शरिया हेल्पलाइन पर कई जानकारियां दी गईं। इस दौरान बताया गया कि अगर कोई हाफिज फर्ज नमाज अथवा तरावीह पढ़ा रहा हो पर्दे या दीवार के पीछे फासले से औरतें नमाज में शामिल हों तो उनकी भी नमाज हो जाएगी।
एक सवाल के जवाब में बताया गया कि अरबी कैलेंडर की सन दो हिजरी शाबान की 10 तारीख को रमजान के रोजों के फर्ज ;अनिवार्यद्ध होने का एलान किया गया था। उन्होंने बताया कि इत्र लगाने अथवा फूल सूंघने से रोजा नहीं टूटता है। कान में तेल डालने से रोजा टूट जाता है। ऑल इंडिया गरीब नवाज काउंसिल की हेल्पलाइन पर बताया गया कि आंख में दवा डालने से रोजा नहीं टूटेगा। मस्जिदों के अंदर इफ्तार करने से बचना चाहिए।