मध्य प्रदेश के डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा ने जबलपुर में कहा कि देश की सेना और सैनिक उनके चरणों में नतमस्तक हैं, पूरा देश नतमस्तक है। उन्होंने जो जवाब दिया है, उसकी जितनी सराहना की जाए, उतनी कम है।
मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री विजय शाह का कर्नल सोफिया कुरैशी पर दिए गए विवादित बयान का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ है। इसी बीच प्रदेश के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा के एक बयान पर विवाद हो गया है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में की गई कार्रवाई को लेकर डिप्टी सीएम देवड़ा ने कहा कि देश की सेना और सैनिक उनके चरणों में नतमस्तक हैं, पूरा देश उनके चरणों में नतमस्तक है। उन्होंने जो जवाब दिया है, उसकी जितनी सराहना की जाए, उतनी कम है। दरअसल, इस वाक्य से पहले वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र कर रहे थे। इस वजह से कांग्रेस ने उन पर सेना का अपमान करने का आरोप लगाया है। दावा है कि उपमुख्यमंत्री देवड़ा पीएम मोदी के चरणों में नतमस्तक होने की बात कर रहे थे।
क्या है पूरा बयान, पढ़िए
मध्य प्रदेश के डिप्टी सीएम बीते गुरुवार को जबलपुर के दौरे पर थे। जहां, एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए देवड़ा ने कहा कि मन में बहुत क्रोध था, जो नजारा हमने देखा, जो पर्यटक घूमने गए थे, वहां चुन-चुनकर, धर्म पूंछ-पूंछकर, महिलाओं को एक तरह खड़ा करके, बच्चों के सामने पुरुषों को गोली मार दी गई। उस दिन से देश के लोगों में बहुत तनाव था, जब तक इसका बदला नहीं लिया जाएगा। जिन आतंकवादियों ने माताओं का सिंदूर मिटाया, और आतंकवादियों को जो पाल रहे हैं, उनको जब तक नेस्तनाबूद नहीं करते, तब तक चैन की सांस नहीं लेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हम धन्यवाद देना चाहेंगे। देश की सेना और सैनिक उनके चरणों में नतमस्तक हैं, पूरा देश नतमस्तक है। उन्होंने जो जवाब दिया है, उसकी जितनी सराहना की जाए, उतनी कम है।
बयान पर अरुण यादव ने जताई आपत्ति
पूर्व मंत्री और कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव ने उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा के बयान पर नाराजगी जताई है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि देश की सेना का अपमान किया गया है। इसे हिंदुस्तान सहन नहीं करेगा। इस बयान से भाजपा की सेना के प्रति सोच उजागर होती है।
सेना के अपमान वाला कथन
कांग्रेस नेता उमंग सिंघार ने डिप्टी सीएम देवड़ा के बयान का विरोध किया। उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री का कथन सेना का अपमान करने वाला है। भाजपा को स्पष्ट करना चाहिए कि ये पार्टी के बयान है या इन नेताओं के स्वयं के हैं।