राजधानी लखनऊ में दलालों की धरपकड़ के लिए मंगलवार को जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने पुलिस के साथ ट्रांसपोर्ट नगर स्थित क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) में छापा मारा। भारी पुलिस के साथ अचानक हुई छापेमारी से वहां पर हड़कंप मच गया। पकड़े जाने के डर से कई दलाल दीवार फांदकर भाग गए। इस दौरान कुछ लोग पकड़े भी गए लेकिन पूछताछ के बाद उनको छोड़ दिया गया। छापे में डीएम के साथ संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था अमित वर्मा भी थे।मंगलवार दोपहर करीब डेढ़ बजे जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार अचानक आरटीओ कार्यालय पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले कार्यालय के सभी गेट बंद करा दिए। फिर वहां आए लोगों से पूछताछ शुरू कर दी। जिस काम के लिए लोग आए थे उसके कागज चेक किए। कुछ लोग संदिग्ध लगे तो उनसे गहरी से पूछताछ की। हालांकि सही पाए जाने पर संबंधित व्यक्तियों को छोड़ दिया गया।
जगह-जगह खड़ी गाड़ियां देख डीएम नाराज
कार्यालय में काम कराकर वापस जाने वाले भी गेट बंद होने करीब एक घंटे तक बाहर भी नहीं निकल पाए। कार्यालय में जगह-जगह खड़ी गाड़ियां देख डीएम नाराज हुए। उन्होंने आरटीओ संजय तिवारी से कहा कि दो से तीन दिन का सीसीटीवी फुटेज कंप्यूटर पर चेक करें। उसमें देखें कि कौन ऐसा व्यक्ति है जो रोज आरटीओ कार्यालय आ रहा है और उसकी पहचान करें। इसके बाद पकड़कर गिरफ्तार कराएं।
एआरटीओ के कमरे में चेक में चेक किए गए सीसीटीवी
डीएम ने एआरटीओ प्रदीप कुमार सिंह के कमरे का भी निरीक्षण किया। यहां पर उन्होंने एलईडी स्क्रीन पर कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरे को चेक किया। उन्होंने कहा कि समय-समय पर सीसीटीवी फुटेज देखें और कोई संदिग्ध व्यक्ति नजर आए तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। तभी दलाली पर अंकुश लग सकेगा। इसमें बिल्कुल लापरवाही न बरती जाए।